[Hindi] चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर, बीकानेर और जैसलमेर में बारिश होने की संभावना

March 13, 2019 7:41 PM | Skymet Weather Team

पंजाब में इस वर्ष सर्दियों के दौरान अच्छी बारिश हुई। आंकड़ों के अनुसार पंजाब में सर्दी के इस सीजन में बारिश सामान्य से 102 प्रतिशत अधिक रिकॉर्ड की गई। वहीं, हरियाणा में इस सीजन में सामान्य से 3 प्रतिशत कम बारिश देखने को मिली।

 

हालांकि इसे भी सामान्य ही माना जाएगा क्योंकि औसत से 19% कम या अधिक वर्षा को सामान्य वर्षा ही माना जाता है। अब प्री-मानसून सीजन शुरू हो चुका है, इसके बावजूद पश्चिमी विक्षोभ लगातार उत्तर भारत के राज्यों में आ रहे हैं और बारिश दे रहे हैं।

इस बीच मार्च महीने का तीसरा पश्चिमी विक्षोभ जम्मू और कश्मीर के पास पहुँच गया है।इसके प्रभाव से पश्चिम राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी पंजाब पर भी बना है।

English में पढ़ें: Rains over Chandigarh, Ludhiana, Amritsar, Bikaner and Jaisalmer, hailstorm likely

इन मौसम प्रणालियों की वजह से हरियाणा के कुछ हिस्सों में बारिश शुरू भी हो गयी है। जबकि आज दोपहर या शाम तक, पंजाब और हरियाणा के बाकी हिस्सों में गरज के साथ बारिश की उम्मीद की जा सकती है।

बारिश के इस दौर में कल तक यानि 14 मार्च तक बारिश की तीव्रता बढ़ने के आसार हैं, साथ ही राज्य के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की भी संभावना है। चंडीगढ़, लुधियाना, पटियाला, अमृतसर, कपूरथला, करनाल और कुरुक्षेत्र कुछ ऐसे स्थान होंगे जहाँ बारिश की गतिविधियां की उम्मीद जा सकती है।

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ये बारिश रबी फसलों के लिए अच्छा रहेगा क्यूंकि इस बारिश से मिट्टी की नमी बनी रहेगी जो कि रबी फसलों के लिए अच्छी है, लेकिन ओलावृष्टि की गतिविधियां खेतों में लगे फसलों को नुकसान पहुंचाती हैं। वैसे इस बार बड़े पैमाने पर ओलावृष्टि की कोई उम्मीद नहीं हैं।

यह बारिश रबी फसलों के लिए अच्छी रहेगी क्योंकि इससे मिट्टी की नमी बनी रहेगी जो कि रबी फसलों के लिए फायदेमंद होगी। लेकिन ओलावृष्टि की गतिविधियां खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाती हैं। वैसे इस बार बड़े पैमाने पर ओलावृष्टि की आशंका कम है।

पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र 14 मार्च की शाम तक पूर्वी दिशा की ओर बढ़ने शुरू हो जाएंगे और धीरे-धीरे कमजोर हो जाएंगे। हालांकि बादल 15 मार्च तक बने रह सकते हैं और गतिविधियां भी कुछ भागों में जारी रह सकती हैं। जिसके बाद 16 मार्च से एक बार फिर मौसम साफ़ हो जाएगा और अधिकतम तापमान में वृद्धि शुरू हो जाएगी।

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अगर राजस्थान की बात करें तो राज्य के जैसलमेर, जोधपुर, चूरू और पिलानी जैसी जगहों पर हल्की बारिश देखी गई है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि आज राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, आज शाम तक राज्य के पूर्वी और उत्तरी जिलों में एक-दो जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू, बीकानेर, पिलानी और सवाई माधोपुर जैसे शहरों में भी बारिश की उम्मीद है।

स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान में आमतौर पर मार्च में अच्छी बारिश नहीं होती है। लेकिन इस समय मार्च के तीसरे सप्ताह में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण राज्य में बारिश होने के लिए स्थितियाँ अनुकूल बनी हैं।

Image Credit: liveuttarpradesh.com

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