उत्तर प्रदेश के कई इलाकों विशेषकर दक्षिणी भागों में मौसम भीषण रूप से गर्म बना हुआ है। इलाहाबाद, बांदा और कानपुर सहित राज्य के दक्षिणी इलाकों में भीषण गर्मी से जल्द राहत के आसार नहीं हैं। इन भागों में अगले 24 से 48 घंटों तक लू चलने की आशंका बनी हुई है। हालांकि उत्तरी जिलों विशेषकर तराई क्षेत्रों में मौसम की सक्रियता देखने को मिल रही है और बारिश के आसार हैं जिससे इन भागों में राहत भरे मौसम का लोग आनंद ले सकते हैं।
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इस समय उत्तर-पश्चिम भारत में पंजाब से असम तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। उत्तर प्रदेश पर बनी इस ट्रफ और पूर्वी उत्तर प्रदेश पर विकसित हुए चक्रवाती सिस्टम के चलते तराई क्षेत्रों में मौसम की सक्रियता देखने को मिल रही है। गोरखपुर में मंगलवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान 16 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। आसपास के अन्य भागों में भी बादल छाए रहे और बूँदाबाँदी देखने को मिली।
तराई वाले जिलों में मौसमी परिदृश्य बारिश के लिए अनुकूल बना हुआ है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, गोंडा, बहराइच, सीतापुर, बरेली और लखीमपुर खीरी में अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें गिर सकती हैं। इन भागों में कहीं-कहीं मध्यम बारिश की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
दूसरी ओर राज्य के दक्षिणी भागों में वाराणसी से लेकर इलाहाबाद, जौनपुर, आजमगढ़, कानपुर, बांदा, आगरा और मथुरा तक तेज़ गर्मी की संभावना है। इन भागों में दोपहर के समय तेज़ धूप के बीच मौसम शुष्क बना रहेगा। कुछ इलाकों में लू जैसे हालत भी संभव हैं। इलाहाबाद में अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक 44 डिग्री के आसपास रिकॉर्ड किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के सभी भागों में भीषण गर्मी से राहत मॉनसूनी बौछारों के बाद ही मिलेगी, जिसका अभी इंतज़ार है। फिलहाल देश में केरल के रास्ते प्रवेश करना वाला दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पश्चिम में सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है जबकि पूर्व में इसका सिरा पिछड़ रहा है। अनुमान है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2017 उत्तर प्रदेश में 20 जून से पहले प्रवेश करेगा और कुछ ही समय में यह मध्य भागों तक पहुँच जाएगा।
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