दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का सीज़न देश भर में 30 सितंबर को सम्पन्न हो जाता है। मॉनसून 2018 भी अब राजधानी दिल्ली सहित आसपास के भागों से विदा हो गया है। मॉनसून की विदाई के बाद अक्टूबर का महीना दिल्ली वालों के लिए काफी अच्छा होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मॉनसून की विदाई के बाद भी वातावरण में नमी बनी रहती है जिससे राजधानी क्षेत्र में छिटपुट बारिश होती रहती है।
लेकिन तेज़ धूप का प्रभाव भी देखने को मिलता है, जिससे दिल्ली वालों को सर्दी आने से पहले गर्मी का एक दौर देखने को मिलता है। इस बार भी सितंबर के आखिरी सप्ताह से अब तक मौसम सूखा है और तेज़ धूप के कारण दिन में गर्मी काफी बढ़ गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है।
इस बीच अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में दिल्ली और आसपास के शहरों के मौसम में बदलाव के संकेत दिखाई दे रहे हैं। इस समय अरब सागर पर एक मौसमी सिस्टम विकसित हो रहा है जो अगले कुछ दिनों में चक्रवाती तूफान बन सकता है। इसे ‘लुबान’ नाम दिया जाएगा। इसी दौरान उत्तर भारत के पहाड़ों पर एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ भी पहुंचेगा। यह दोनों सिस्टम एक दूसरे के लिए पूरक की तरह काम करेंगे और उत्तर भारत के पहाड़ों से लेकर मैदानी भागों तक के मौसम को प्रभावित करेंगे।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार संभावना है कि दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद, गुरुग्राम सहित आसपास के भागों में 10, 11 और 12 अक्टूबर को बादल छाएंगे। इस दौरान हल्की बारिश भी देखने को मिल सकती है। इसके बाद दिन के तापमान में गिरावट आना लाज़मी है। 35 डिग्री से ऊपर चल रहा अधिकतम तापमान घटकर 32 डिग्री के आसपास पहुँच सकता हैं। न्यूनतम तापमान भी गिरेगा और 20 डिग्री से नीचे पहुँच जाएगा। इससे उम्मीद है कि अक्टूबर के मध्य तक जब दिल्ली में दुर्गा पूजा की धूम होगी, मौसम भी खुशनुमा हो जाएगा। दशहरा का पर्व भी हल्की और खुशनुमा ठंडक के बीच मनाया जाएगा।
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