अगस्त में मॉनसून के प्रदर्शन को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे यह प्रतिस्पर्धा कर रहा है और हाल के वर्षों में सबसे बेहतर मॉनसून साबित होना चाहता है। अब तक की बारिश के बाद अगर सितंबर में एक-दो बार भी अच्छी बारिश का दौर देश में आया तो निश्चित रूप से यह कई दशकों में सबसे बेहतर मॉनसून साबित हो सकता है। 2020 के मॉनसून सीज़न में अगस्त में देश में जितनी बारिश हुई है वह पिछले चार दशकों में सबसे अधिक है। साथ ही इसने जुलाई महीने में हुई कम बारिश की भरपाई भी कर दी है। 1 जून से 31 अगस्त के बीच भारत में कुल 773 मिमी वर्षा हुई है जो औसत के मुक़ाबले 110% है।
हालांकि मध्य भारत के राज्यों खासकर गुजरात और मध्य प्रदेश में इस भीषण बारिश ने खड़ी खरीफ फसलों के लिए चिंता भी बढ़ा दी है। राहत की बात है कि अब तक केवल आंशिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, लेकिन अगर इन राज्यों में अब भारी बारिश होती है तो इसका नकारात्मक असर फसलों पर निश्चित है। सितंबर के पहले पखवाड़े स्थितियाँ और स्पष्ट हो जाएंगी।
कोविड-19 लॉकडाउन के कारण लुढ़कती अर्थव्यवस्था के दौर में कृषि एक ऐसे क्षेत्र के रूप में उभरा जिससे बड़ी उम्मीदें हैं। सरकार ने कृषि की विकास दर को बनाए रखने के लिए बुनियादी ढाँचे को दुरुस्त करने हेतु प्रोत्साहन पैकेज भी दिया। कृषि क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जिसने कई बार मुश्किल दौर में अर्थव्यवस्था को सहारा दिया है। इस बीच बेहतर मॉनसून से न सिर्फ बम्पर खरीफ उत्पादन की संभावना बनी है बल्कि इससे कृषि विकास 2020-21 में 2.5 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।
अगस्त में बंगाल की खाड़ी में रिकॉर्ड पाँच निम्न-दबाव के क्षेत्र बने। इसके चलते अगस्त में औसत से 25% अधिक की ज़बरदस्त बारिश हुई। इस सप्ताह बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों और दक्षिण-पूर्वी अरब सागर पर मौसमी सिस्टम बनते रहेंगे जिससे सितंबर के पहले सप्ताह में भी मॉनसून लगातार सक्रिय बना रहेगा और देश के अधिकांश इलाकों में बारिश होती रहेगी।
उत्तर भारत
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पूरे सप्ताह के लिए मॉनसून के सक्रिय रहने की संभावना है। मैदानी इलाकों से शुरुआत होगी और धीरे-धीरे पहाड़ी क्षेत्रों पर भी सक्रिय मॉनसून का प्रभाव दिखेगा। 31 अगस्त और 1 सितंबर को उत्तर भारत में सबसे अधिक वर्षा वाला क्षेत्र होगा। इस दौरान पूर्वी राजस्थान में व्यापक वर्षा का अनुमान है जबकि पश्चिमी राजस्थान में 2 से 4 सितंबर से बीच व्यापक बारिश के आसार हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर वर्षा पूरे सप्ताह होने की संभावना है। इन भागों में इस सप्ताह कुछ हिस्सों पर भारी मॉनसून वर्षा भी देखने को मिलेगी। 2 से 5 सितंबर के बीच जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बारिश की संभावना है।
पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत
बंगाल की खाड़ी के उत्तर में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र 31 अगस्त को बनने की संभावना है। बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 31 अगस्त से 2 सितंबर तक बारिश होने की संभावना है। इसके बाद बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे कम हो जाएंगी। बिहार में बारिश का अगला दौर 5 और 6 सितंबर को आएगा। यह आगे भी बढ़ सकता है। पूर्वोत्तर भारत में 31 अगस्त से 3 सितंबर तक हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं। 4, 5 और 6 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और सिक्किम में भारी वर्षा होने की संभावना है।
मध्य भाग
मध्य भारत के भागों के लिए इस सप्ताह की शुरुआत शांत मॉनसून के साथ होगी। लेकिन ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा क्योंकि बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों पर संभावनी चक्रवाती सिस्टम के चलते 1 और 2 सितंबर को ओडिशा और छत्तीसगढ़ में बारिश शुरू हो जाएगी। बाद में 3 और 6 सितंबर के बीच मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बारिश आ जाएगी। गुजरात, कोंकण और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में इस सप्ताह कम वर्षा के आसार हैं।
दक्षिण प्रायद्वीप
पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह केरल, तमिलनाडु और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में मॉनसून की गतिविधियां बढ़ने वाली हैं। केरल और तटीय कर्नाटक में लगभग पूरे सप्ताह भारी बारिश होने की संभावना है। इस सप्ताह बंगलुरु में भी अधिकांश दिनों में अच्छी बारिश होगी। तेलंगाना, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में भी 2 से 6 सितंबर के बीच सामान्य से बेहतर मॉनसून वर्षा होने के आसार हैं।
दिल्ली एनसीआर
दिल्ली-एनसीआर के लिए यह सप्ताह बारिश वाला सप्ताह होने वाला है। बारिश की तीव्रता सबसे अधिक 1 और 4 सितंबर के बीच होने वाली है। अन्य दिनों में भी हल्की से मध्यम बौछारें जारी रहेंगी। दिन का तापमान 32-33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
चेन्नई
आमतौर पर पूरे सप्ताह आंशिक बादलों के बीच मौसम अधिकांश समय गर्म और आर्द्र रहेगा। हालांकि अधिकांश दिनों में शाम और रात के समय हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 36 डिग्री और 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
Image credit: DNA India
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