मार्च की शुरुआत शुष्क मौसम के साथ हुई लेकिन पहले सप्ताह के आखिरी दिनों में उत्तर भारत के मैदानी भागों में अच्छी वर्षा दर्ज की गई। यही नहीं मार्च का दूसरा सप्ताह भी शुरुआती दिनों में सूखा रहा लेकिन सप्ताह के अंत में फिर से उत्तर-पश्चिम भारत के राज्यों में कई जगहों पर हल्की तो कहीं-कहीं मध्यम बारिश दर्ज की गई। तीसरा सप्ताह शुरू होने पर लगा जैसे मौसम ने कायदे तय कर लिए हों और पिछले दोनों हफ्तों की तरह ही सप्ताह के शुरुआती समय में यह साफ बना रहा लेकिन सप्ताह का अंत आते आते फिर से बारिश की फुहारें लेकर आया।
पिछले तीन हफ्तों से सप्ताहांत में होने वाली बारिश के चलते उत्तर भारत के भागों में तापमान पर लगाम लगी हुई है जिससे मौसम मुख्यतः आरामदायक है। फिलहाल उत्तर भारत में बारिश देने वाला वर्तमान मौसमी सिस्टम आगे निकल गया है। परिणामस्वरूप उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों से लेकर मैदानी भागों तक अगले कुछ दिनों के दौरान मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है।
तापमान की बात अगर करें तो 25 मार्च तक इसमें 2 से 3 डिग्री की बढ़ोत्तरी हो सकती है जिससे इस दौरान मौसम गर्म बना रहेगा। तेज़ धूप, बढ़ते तापमान और शुष्क मौसम के चलते दिल्ली सहित उत्तर भारत के लोगों को शुक्रवार तक दिन में गर्मी महसूस होगी।
इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ फिर से उत्तर भारत का रुख कर चुका है और ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे यह अपने तय समय यानि सप्ताह के अंत से पहले उत्तर भारत के करीब पहुंचेगा। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह मौसमी सिस्टम उत्तर भारत के पहाड़ों को 24 मार्च की शाम से प्रभावित करना शुरू करेगा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब और हरियाणा पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित होगा।
इन दोनों मौसमी हलचलों के संयुक्त प्रभाव से उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में तो बारिश और बर्फबारी होगी ही मैदानी भागों में भी 25 मार्च से बारिश देखने को मिल सकती है। शुक्रवार को पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान में एक-दो स्थानों पर हल्की बौछारें गिर सकती हैं। जबकि 26 और 27 मार्च को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान गुजरात में भी एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज किए जाने का अनुमान है।
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