भारत के पूर्वी तटीय भागों पर होने के कारण ओड़ीशा का मौसम बंगाल की खाड़ी और आसपास के हिस्सों पर बनने वाले मौसमी सिस्टमों से प्रभावित होता है। ओड़ीशा में पिछले दो-तीन दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार ओडिशा के पास एक ट्रफ बना हुआ है, जिसके कारण बीते 24 घंटों में राज्य के तटीय इलाकों में गरज के साथ बारिश दर्ज की गई है।
राज्य के बारीपाड़ा, बालासोर, भुवनेश्वर, चांदबाली और पारादीप जैसे शहरों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली। तटीय भागों पर बनी ट्रफ के कारण बंगाल की खाड़ी से आर्द्र हवाएँ लगातार ओड़ीशा में पहुँच रही हैं। इसके कारण ओड़ीशा के कई जिलों में बादल छाए रहने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बारिश की गतिविधियां आने वाले 48 घंटों तक बनी रहेगी।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारीपाड़ा, बालासोर, भुवनेश्वर, चांदबाली और पारादीप सहित कई शहरों में आज भी तेज़ झोंकेदार हवाओं और गरज के साथ बारिश हो सकती है। 48 घंटों के बाद इन घटनाओं में कमी आने की संभावना है।
ओड़ीशा में सर्दियों में आमतौर पर बारिश कम होती है। इस बार औसत बारिश में भी कमी रह गई है। आंकड़ों के मुताबिक 1 जनवरी से 28 फरवरी के बीच औसतन 32 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि इस बार 24% कम 24 मिलीमीटर बारिश हुई है। सर्दियों के बाद 1 मार्च से प्री-मॉनसून सीज़न शुरू हो जाता है और ओड़ीशा में बारिश की गतिविधियां बढ़ जाती हैं।
हालांकि मार्च के 6 दिन बीत गए हैं लेकिन अब तक हालात कम बारिश वाले ही बने हुए हैं। राज्य में 1 मार्च से 6 मार्च के बीच आमतौर पर 6 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी जबकि बारिश हुई है महज़ 3 मिलीमीटर। अगले 48 घंटों के दौरान होने वाली बारिश से इन आंकड़ों में कुछ सुधार की उम्मीद है। आगामी दो दिनों के बाद बारिश बंद हो जाएगी जिससे राज्य के तटीय भागों से लेकर आंतरिक जिलों तक तापमान बढ़ेगा और लोग गर्मी से दो-चार होंगे।
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