उत्तर भारत के पहाड़ों पर पिछले कुछ दिनों से एक के बाद एक आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के चलते रुक-रुक कर बारिश हो रही थी। विशेषकर जम्मू कश्मीर में कुछ स्थानों पर पिछले दिनों में अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई। जबकि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट वर्षा ही देखने को मिली। मॉनसून सीज़न ख़त्म होने के बाद आमतौर पर ऐसी मौसमी गतिविधियां पहाड़ों पर होती रहती हैं। जैसे-जैसे सर्दी का मौसम नज़दीक आता जाता है बारिश और बर्फबारी की तीव्रता और संख्या में बढ़ोत्तरी होने लगती है।
इससे पहले 21 से 24 सितंबर के बीच कश्मीर पर पहुंचे एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ और मध्य भारत में बने निम्न दबाव के प्रभाव जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भीषण बारिश हुई थी। दोनों राज्यों में कई जगहों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ के कारण रास्ते अवरुद्ध हो गए थे। उत्तराखंड उस दौरान कम प्रभावित हुआ था।
इस बीच इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के भागों पर पहुँच गया है। साथ ही एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान पर बन गया है। इसके प्रभाव से जम्मू कश्मीर में कुछ स्थानों पर बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। गुलमर्ग, पहलगाम, लेह-लद्दाख और आसपास के ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के साथ बर्फबारी होगी। निचले इलाकों वैष्णो देवी, श्रीनगर और आसपास के भागों में मौसम में विशेष बदलाव नहीं होगा। लेकिन हल्की वर्षा हो सकती है। उत्तराखंड में भी हल्के बादल दिखेंगे लेकिन अच्छी बारिश की उम्मीद फिलहाल नहीं है।
कश्मीर और हिमाचल में अगले कुछ दिनों के दौरान संभावित मौसमी हलचलों के कारण कई जगहों पर तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। इस परिदृश्य के बीच पर्यटन के लिए मौसम इस सप्ताह की छुट्टियों के दौरान बेहतरीन रहेगा। अगर सीज़न की शुरुआती बर्फबारी का रोमांच आपको आकर्षित करता है तो पहलगाम, गुलमर्ग, नथुला-पास और लाहौल-स्पीति जैसे ऊंचे पहाड़ी इलाकों का रुख कर सकते हैं।
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