मध्य भारत के राज्यों में मार्च महीनें में आमतौर पर बारिश बहुत कम होती है। इस बार मौसम कुछ नई कहानी कह रहा है। फरवरी के मध्य से छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में सामान्य से अधिक बारिश हो रही है। पिछले दिनों कुछ स्थानों पर बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई है। फिलहाल दोनों राज्यों में बारिश की गतिविधियां अब कम हो रही हैं। अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होगी उसके बाद मौसम साफ हो जाएगा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के आंकलन के अनुसार मध्य भारत पर एक कोन्फ़्लुएन्स ज़ोन बना हुआ है। इसके चलते ही मौसम सक्रिय है। कोन्फ़्लुएन्स ज़ोन उस क्षेत्र को कहते हैं जहां दो विपरीत दिशा और विपरीत प्रकृति की हवाएँ आपस में टकराती हैं। इस समय मध्य भारत पर एक ओर बंगाल की खाड़ी से आर्द्र हवाएँ आ रही हैं तो दूसरी ओर उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएँ पहुँच रही हैं, जिससे यहाँ बादल विकसित हुए हैं और बारिश हो रही है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
अनुमान है कि अगले 24 घंटों तक दोनों राज्यों पर बादल बने रहेंगे और पूर्वी मध्य प्रदेश में एक-दो स्थानों पर जबकि छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है। पिछले दिनों से हो रही बारिश और संभावित बारिश के चलते दोनों राज्यों में अधिकतर स्थानों पर दिन और रात के तापमान में भारी गिरावट हुई है। अगले 24 से 48 घंटों तक तापमान अपने स्तर पर बना रहेगा, उसके बाद इसमें वृद्धि देखने को मिलेगी।
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अनुमान है कि 18 मार्च से दिन के तापमान में वृद्धि का क्रम शुरू होगा जिससे मौसम में गर्मी वापस लौटेगी और परेशान करेगी। दोनों राज्यों में वर्तमान मौसम के बाद अगले कुछ दिनों के लिए मौसम शुष्क और शांत ही रहेगा क्योंकि फिलहाल कोई नया सिस्टम क्षेत्र में बनता दिखाई नहीं दे रहा है।
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