स्काइमेट के पूर्वानुमानों के अनुसार दिल्ली में शनिवार की शाम को गरज के साथ हल्की बौछारें दर्ज की गईं। शाम की शुरुआत होते ही दिल्ली में अचानक घिर आए घने बादलों शहर के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
मौसम में आई इस तबदीली के चलते दिन के तापमान में लगभग 4 डिग्री की गिरावट आई जिससे मौसम सुहावना हो गया। दिल्ली के सफदरजंग में अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस जबकि पालम में 35 डिग्री तक पहुँच गया था लेकिन बादल छाने और बारिश होने से सफदरजंग में यह घटकर 28 डिग्री पर आ गया।
दिन में आसमान मुख्यतः साफ था। हालांकि कहीं-कहीं आंशिक तौर पर बादल बने हुए थे लेकिन शाम के तकरीबन 5 बजते ही दिल्ली में मौसम का पूरा नज़ारा ही बदल गया और राजधानी के आसमान पर घने बादल दिखाई देने लगे। बादलों के छाने के साथ ही गरज और हवा के झोंके के साथ बौछारें भी शुरू हुई।
स्काइमेट के अनुसार दिल्ली में यह मौसमी हलचल जम्मू-कश्मीर पर बने पश्चिमी विक्षोभ और उसके प्रभाव से पंजाब तथा हरियाणा पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते देखने को मिली। हालांकि यह दोनों सिस्टम पूर्वी दिशा में आगे बढ़ते हुए अब लगभग निष्क्रिय हो गए हैं।
उत्तरी हवाओं के बीच अगले 2-3 दिनों तक मौसम रहगा सहज
शनिवार को दिल्ली में हुई इस गतिविधि के बाद मौसम सुहावना हो गया। साथ ही जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के बाद राष्ट्रीय राजधानी में उत्तर और उत्तर पश्चिमी हवाओं का प्रवाह बढ़ने की संभावना है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार सोमवार को राजधानी में इन हवाओं में तुलनात्मक रूप में ठंडक रहेगी जिससे अधिकतम तापमान कुछ और नीचे जाएगा जो मौसम को खुशगवार बनाएगा।
इस बीच 23 मार्च की शाम को उत्तर भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे सकता है जिसके प्रभाव से मैदानी भागों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित होने की संभावना है। स्काइमेट का अनुमान है कि राजधानी दिल्ली और आसपास के भागों में 26 और 27 मार्च के बीच फिर से बदल छाएंगे और कहीं-कहीं हल्की बारिश देखने को मिल सकती है।
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