बिहार के कुछ भागों समेत झारखण्ड के अधिकांश हिस्सों में पिछले दो दिनों से गरज के साथ बारिश की गतिविधियाँ देखने को मिल रही थीं। यह बारिश उत्तर-पश्चिम भारत में बने चक्रवाती सिस्टम और इस सिस्टम से उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों तक सक्रिय ट्रफ के कारण हो रही है।
स्काईमेट का अनुमान है कि इन्हीं मौसमी सिस्टमों के कारण, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों तक गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है।
बिहार में ऐसी स्थिति 28 फरवरी को भी बने रहने की संभावना है, जबकि उत्तर प्रदेश में बारिश की गतिविधियां कल से ख़त्म हो जाएंगी और धीरे-धीरे मौसम साफ़ होने लगेगा। अनुमान है कि दोनों राज्यों में 1 मार्च से न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी जिससे सुबह और रात में सर्दी बढ़ जाएगी। जबकि मौसम शुष्क होने के साथ 1 और 2 मार्च को धूप का असर बढ़ेगा जिससे दिन के तापमान में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी।
हालांकि बारिश में यह छोटा सा विराम होगा, क्योंकि 2 मार्च से फिर से वर्षा होने की संभावना है। अनुमान है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ हल्की बारिश 2 मार्च से शुरू होगी। जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में 3 मार्च से बादल बढ़ेंगे और पूर्वी शहरों में भी बारिश शुरू हो जाएगी।
Also read this article in English
दूसरी ओर आगामी बारिश का दौर बिहार में देखने को नहीं मिलेगा। अनुमान है कि 2-3 मार्च को बिहार में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। हालांकि राज्य में छिटपुट जगहों पर हल्की बारिश की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता।
Image credit: Jagran.com
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather।com अवश्य लिखें।