गंगा के मैदानी भागों में बनी मॉनसून की अक्षीय रेखा अब निष्प्रभावी हो गई है जिसके चलते उत्तर प्रदेश और बिहार के लगभग सभी भागों शुष्क मौसम देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश में मेरठ, आगरा से लेकर लखनऊ, वाराणसी तक अगले कुछ दिनों तक बारिश के आसार नहीं हैं। बिहार में अगले 48 घंटों तक मौसम शुष्क रहेगा। उसके बाद मौसम करवट ले सकता है और 27 सितंबर से वर्षा होने के आसार हैं।
बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है। यह सिस्टम उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा और ओड़ीशा के तटीय हिस्सों पर पहुंचेगा। इसके प्रभाव से पूर्वी भारत के राज्यों में बंगाल की खाड़ी से आर्द्र हवाओं हवाएँ चलेंगी, जिससे मॉनसून के फिर से सक्रिय होने के आसार हैं।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बिहार में 27 सितंबर से बारिश की गतिविधियां शुरू होंगी और अगले 3-4 दिनों तक जारी रहेंगी। इस दौरान गया, भागलपुर, पटना, नवादा, समस्तीपुर, किशनगंज सहित लगभग सभी भागों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। देश भर में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों पर जल देवता की कृपा इस दौरान भी बरसने की संभावना नहीं है। इलाहाबाद, कानपुर, लखनऊ, आगरा, मेरठ, अलीगढ़ सहित अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि इस दौरान बिहार से सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश में छिटपुट वर्षा देखने को मिल सकती है।
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बिहार बीते दिनों बाढ़ से त्रस्त रहा इसके बावजूद कई इलाके ऐसे हैं जहां सामान्य से कम वर्षा हुई है। 1 जून 2017 से अब तक राज्य में 927 मिलीमीटर बारिश हुई है जो सामान्य से 7 मिलीमीटर कम है। उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में 1 जून 2017 से 25 सितंबर 2017 तक सामान्य से 30 प्रतिशत कम 531 मिलीमीटर वर्षा हुई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी कई इलाकों में कृषि और किसानों को संघर्ष करना पड़ रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 26 फीसदी कम 647 मिलीमीटर वर्षा हुई है।
Image credit: Hindustan Times
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