उत्तर प्रदेश में लंबे वक़्त से चला आ रहा सूखे का दौर आख़िरकार ख़त्म हुआ। पिछले 24 घंटों के दौरान, राज्य के अलग-अलग स्थानों पर कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश देखने को मिली।
गुरुवार को सुबह 8:30 बजे से शुक्रवार की सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटों के दौरान सुल्तानपुर में सबसे ज्यादा 65.4 मिमी बारिश हुयी। जबकि इसके बाद झांसी में 52 मिमी, वाराणसी में 41.2 मिमी और आगरा में 34 मिमी बारिश हुई। उसी दौरान बांदा में 24 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी जबकि अलीगढ़ में 17.8 मिमी, शाहजहांपुर में 9.8 मिमी, लखनऊ में 5.8 मिमी और हरदोई में सबसे कम 1.2 मिमी बारिश ही देखने को मिली।
कम दबाव का क्षेत्र उत्तर मध्य, मध्य प्रदेश में सक्रिय है और मानसून की अक्षीय रेखा भी उत्तर मध्य प्रदेश की तरफ परिवर्तित हुयी है। इसी वजह से हालिया दौर की बारिश हुयी है। जो छेत्र इन मौसम प्रणालियों के दायरे में आये, वहां बरसात हुयी।
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स्काईमेट वेदर के अनुसार कम दबाव का क्षेत्र अब उत्तर मध्य प्रदेश और उसके पास स्थित, दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश की तरफ स्थानांतरित हो गया है। वास्तव में, मानसून की अक्षीय रेखा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर उत्तर दिशा की ओर परिवर्तित होगी। इसलिए, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और मध्य जिलों में बारिश में इजाफ़ा होगा। पश्चिम और मध्य उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कहीं हल्की तो भारी बारिश 24 जुलाई तक जारी रहने की उम्मीद है। इस वजह से पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश की कमी कुछ हद तक दूर होगी।
चूंकि पूर्वी जिलों में अलग-अलग जगहों पर हल्की बारिश होगी, इसलिए इन इलाकों में बारिश की कमी यथावत बरक़रार रहेगी।
मौसम चेतावनी: अगले 12 घंटों के दौरान अमेठी, औरय्या, बदायूँ , बागपत, बांदा, बुलंदशहर, चित्रकूट, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद , फतेहपुर, फिरोज़ाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, जालौन, झांसी, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कौशाम्बी, ललितपुर, लखनऊ, महोबा, महाराजगंज, मैनपुरी, मथुरा, मेरठ, प्रतापगढ़, रायबरेली, सोनभद्र और उन्नाव में बिजली कड़कने के साथ वर्षा होगी और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।
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