पश्चिमी हिमालयी भागों पर एक पश्चिमी विक्षोभ पहुँच गया है। इस सिस्टम की वजह से राजस्थान के पश्चिमी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित हुआ है। हवाओं के इस सर्कुलेशन से एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश तक विकसित हो गई है। इन सिस्टमों के बारे में स्काइमेट ने पहले ही संभावना जताई थी।
Read In English: Rain in Uttar Pradesh from March 14; Allahabad, Varanasi to receive rains till March 18
इन मौसम प्रणालियों की वजह से कल से राज्य के पश्चिमी हिस्सों में गरज के साथ बारिश की गतिविधियाँ शुरू हो जाएंगी। वैसे उम्मीद है कि आज रात में ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
इसके अलावा 14 मार्च की दोपहर तक, राज्य के लगभग सभी हिस्सों यानी पश्चिमी, मध्य और कुछ पूर्वी हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश के आसार हैं। मौसम में यह हलचल 15 मार्च तक जारी रहेगी। जिसके बाद प्रदेश के उत्तरी और मध्य भागों से धीरे-धीरे मौसम साफ़ होने लगेगा।
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हालांकि, 16 मार्च से, उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश से गंगीय पश्चिम बंगाल तक कोन्फ़्लुएन्स जोन बनने के कारण, उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी भागों जैसे इलाहाबाद, वाराणसी, सोनभद्र और चित्रकूट में 18 मार्च तक गरज के साथ बारिश जारी रहने की संभावना है।
मौसम की इस गतिविधी के दौरान ओलावृष्टि की संभावना बहुत कम है, इसके बावजूद एक-दो जगहों पर हल्की ओलावृष्टि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। किसानों के लिए राहत की बात यह है कि इस बार ये बारिश और ओलावृष्टि फसलों के लिए नुकसानदेह नहीं होगी।
Image Credit: Patrika
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