यह मानसून मध्य भारत पर बहुत ही ज्यादा मेहरबान रहा है। बंगाल की खाड़ी में बनने वाले निम्न दबाव तथा डिप्रेशन पश्चिम दिशा में आगे बढ़े तथा मध्य भारत के अधिकांश राज्यों में अच्छी बारिश देते रहे। पिछले 2 दिनों से मध्य प्रदेश के अधिकांश विभागों सहित दक्षिणी राजस्थान में भारी बारिश जारी है। पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के भोपाल, पचमढ़ी, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, सागर, दमोह, जबलपुर, गुना, ग्वालियर, बेतूल, रतलाम, उज्जैन आदि जिलों में भारी बारिश देखी गई। राजस्थान में भी बूंदी, उदयपुर, जवाई डैम, डीसा तथा कोटा आदि जिलों में तेज बारिश की गतिविधियां दर्ज की गई। गुजरात के सूरत, कांडला, वेरावल, पोरबंदर तथा वलसाड आदि जिलों में अच्छी बारिश हुई।
डिप्रेशन अब उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर पहुंच चुका है यह अब राजस्थान की तरफ आगे बढ़ेगा तथा गहरे निम्न दबाव में बदल जाएगा। इसके प्रभाव से पश्चिमी तथा दक्षिणी पश्चिमी मध्य प्रदेश में आज शाम तक भारी बारिश जारी रह सकती है। 17 अगस्त से मध्यप्रदेश में बारिश की गतिविधियां बहुत कम हो जाएंगी। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान दक्षिण तथा दक्षिण पश्चिमी राजस्थान सहित गुजरात के कई जिलों में तेज बारिश जारी रह सकती है। 19 अगस्त से राजस्थान के अधिकांश इलाके लगभग शुष्क हो जाएंगे जबकि मध्यप्रदेश और गुजरात के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी।
एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में विकसित होने वाला है जो पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में 18 अगस्त से बरसी गतिविधियां शुरू करेगा। यह बारिश की गतिविधियां अगस्त तक मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों पर पहुंच जाएगी।