पिछले 2-3 दिनों से भारत के उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में मौसम अनिश्चित बना हुआ है। पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गयी। इस बीच, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में छुटपुट वर्षा का क्रम जारी है। 29 जून को मानसून के आगमन के बाद दिल्ली में भी बारिश के दौर की वापसी हुयी है।
सोमवार को सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान लुधियाना में 77 मिमी, पटियाला में 43 मिमी, अंबाला में 43.1 मिमी, मुरादाबाद में 42.4 मिमी, फरीदाबाद में 41 मिमी, करनाल में 7 मिमी, आगरा में 6 मिमी, मेरठ में 5.4 मिमी, जबकि भरतपुर में 13.1 मिमी वर्षा दर्ज की गयी। इस दौरान, दिल्ली में पालम मौसम विज्ञान केंद्र में 36.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुयी, जबकि सफदरजंग में 25 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय की तराई वाले इलाकों की तरफ स्थानांतरित हो चुकी है जिसके चलते वर्षा का ये क्रम देखने को मिल रहा है। स्काईमेट वेदर के अनुसार, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की जा सकती है। जबकि हरियाणा में बारिश, हल्की से मध्यम दर्जे की होने की उम्मीद है। बात अगर दिल्ली और उत्तरी राजस्थान की करें तो यहां कुछ इलाकों में थोड़ी बहुत बारिश होने की संभावना है।
चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, अंबाला, करनाल, मुरादाबाद, बरेली, पीलीभीत, नजीबाबाद, अलवर, सीकर और झुंझुनू में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। आकाश में बादलों की मौजूदगी और बारिश के चलते, दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में मौसम सुहाना रहेगा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी सामान्य से नीचे रहने का अनुमान है।
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