मई की शुरुआत से ही पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में प्री-मानसून गतिविधियां जारी हैं। इन गतिविधियों का जिम्मेदार हैं एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ तथा उससे प्रेरित हवाओं के चक्रवात।
स्काइमेट वेदर के अनुसार, वर्तमान में उत्तर भारत की पहाड़ियों के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ मौजूद है, जिसने की पश्चिम राजस्थान पर हवाओं का चक्रवात को प्रेरित किया है। अरब सागर से आने वाली आर्द्र हवाएँ भी इस क्षेत्र को नमी प्रदान कर रही हैं।
इन प्रणालियों के कारण, पंजाब के कुछ हिस्सों तथा हरियाणा के उत्तरी हिस्सों में आज गरज के साथ बारिश की गतिविधियाँ का अनुभव कर सकते हैं।
हम अमृतसर, बरनाला, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फाजिल्का, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, मनसा, मोगा, मुक्तसर, पठानकोट, पटियाला, पटियाला रूपनगर, साहिबजादा अजीत सिंह नगर, संगरूर, शहीद भगत सिंह नगर और तरनतारन में अगले चार से छह घंटे के दौरान तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने की उम्मीद हैं। इसी तरह, हरियाणा के उत्तरी जिले जैसे हिसार, करनाल, कुरुक्षेत्र और अंबाला में गरज के साथ बारिश होगी।
ये गतिविधियाँ कल पंजाब के कुछ हिस्सों में भी जारी रहेंगी। इसके बाद, मौसम साफ हो जाएगा, लेकिन पंजाब के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश जारी रह सकती है।
एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 21 मई के आसपास पश्चिमी हिमालय तक आने की उम्मीद है। इस अवधि के दौरान, दोनों राज्यों में अधिक तीव्रता के साथ बारिश होगी।
इस प्रकार, हम यह कह सकते हैं कि पंजाब और हरियाणा में 23 मई तक वर्षा की गतिविधियाँ अलग-अलग तीव्रता के साथ जारी रहेगी। इन बारिशों के मद्देनजर अधिकतम तापमान मुख्य रूप से सामान्य से कम या उसके आस-पास ही बना रहेगा और हमें उम्मीद नहीं है कि लू जल्द ही वापसी करेगी।
Image Credit: IndiaToday
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।