खाड़ी में बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र इस समय बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और इससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर है और मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैल रहा है। अगले दो से तीन दिनों के दौरान यह प्रणाली अगले 12 घंटों के दौरान ओडिशा तट पर अंतर्देशीय रूप से आगे पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की उम्मीद है।
सिस्टम ने पिछले 24 घंटों में पहले ही पश्चिम बंगाल राज्य के साथ-साथ ओडिशा में भी कुछ बारिश दी है। अब, जैसे-जैसे सिस्टम अंतर्देशीय आगे बढ़ता है, उम्मीद है कि आने वाले 24 घंटों में ओडिशा और साथ ही पश्चिम बंगाल दोनों में बारिश की गतिविधि जारी रहेगी, जिसमें कई हिस्सों में भारी तीव्रता बनी रहेगी।
जैसे-जैसे सिस्टम पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा, छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में भी बारिश देखी जाएगी। इसके अलावा, कुछ हिस्सों में भारी बारिश भी हो सकती है। दरअसल, मौसम व्यवस्था को देखते हुए विदर्भ के कई इलाकों में बारिश के कुछ दौर भी देखने को मिल सकते है।
ऐसी संभावना है कि सिस्टम एक कमजोर कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, हालांकि, यह बहुत मजबूत सिस्टम नहीं हो सकता है। फिर भी, मध्य भारत के कई इलाकों में अच्छी बारिश की संभावना है।