भारत के उत्तर-पश्चिमी राज्य फरवरी की शुरुआत से ही ओलावृष्टि के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज रहेंहैं। पिछले 24 घंटों के दौरान, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में हल्की बारिश देखी गई।
वर्तमान में, पंजाब उत्तर-पश्चिम भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसमें बड़े पैमाने पर बारिश दर्ज की गयी,सामान्य से 106% ज़्यादा। इस बीच, पश्चिम उत्तर प्रदेश सामान्य से 22% अधिक वर्षा हुई। दूसरी ओर, हरियाणा और पश्चिम राजस्थान में वर्षा सामान्य से मात्र 1% कम हुई है।
जम्मू और कश्मीर पर बना हुआ पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर खिसक गया है। इस कारण, उत्तर-पश्चिमी दिशा से ठंडी हवाओं ने इस क्षेत्र का रुख किया है। इसके कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट आई है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आज और 1 मार्च को मौसम लगभग शुष्क रहेगा। हालांकि, यह स्पष्ट मौसम अल्पकालिक होगा, क्योंकि एक और मौसम प्रणाली एक बार फिर 2 मार्च से प्रभावी होगी।
यह प्रणाली मध्य पाकिस्तान और उससे से सटे राजस्थान पर हवाओं के चक्रवात का संचलन करेगी। इस प्रकार, गरज के साथ बारिश का ये दौर राजस्थान और उत्तरी पंजाब से शुरुआत करेगा। इसके बाद 2 मार्च की दोपहर या शाम तक, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कई हिस्सों में गरज के साथ बारिश शुरू हो जाएगी।कुछ जगहों में ओलावृष्टि भी संभव है।
दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी कुछ इलाकों में बारिश कि गतिविधियाँ देखने को मिलेंगी। यह तेज़ी से बढ़ने वाली मौसम प्रणाली होगी, इसलिए 4 मार्च तक मौसम साफ हो जाएगा। इसलिए, हम उम्मीद करते हैंरात के तापमान में एक बार फिर से बढ़ोतरी देखी जाएगी।
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