बीते कुछ दिनों से महाराष्ट्र में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। राज्य में फरवरी माह आमतौर पर शुष्क मौसम का साक्षी बनाता है। लेकिन वर्ष 2016 के फरवरी में मौसम का मिजाज कुछ अलग ही है। फरवरी के आखिरी सप्ताह से राज्य में शुरू हुई बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियां मार्च के शुरुआती दिनों में भी बनी रहेंगी।
मध्य महाराष्ट्र के कई हिस्सों में सोमवार को अच्छी वर्षा दर्ज की गई। नासिक ज़िले के अधिकांश हिस्सों में व्यापक रूप में ओलावृष्टि हुई जिसने अनार की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है।
बारिश का लंबा दौर शनिवार को विदर्भ क्षेत्र से शुरू हुआ। वर्षा का प्रसार धीरे-धीरे पश्चिमी दिशा में बढ़ा और बीते 24 घंटों के दौरान मध्य महाराष्ट्र तथा मराठवाड़ा तक में मौसम ने करवट ली और इन भागों में भी अच्छी वर्षा दर्ज की गई।
बीते 24 घंटों के दौरान दर्ज की गई बारिश के आंकड़े:
स्काइमेट के औटोमेटिक वेदर स्टेशनों द्वारा रिकॉर्ड किए गए आंकड़े:
महाराष्ट्र में अगले कुछ दिनों तक बारिश की गतिविधियां बनी रहने की संभावना है। अहमदनगर, सांगली, सतारा, पुणे और कोल्हापुर में अच्छी वर्षा होने के आसार हैं। मराठवाड़ा के उस्मानाबाद, औरंगाबाद, परभणी और नांदेड़ जैसे क्षेत्रों में भी बारिश की संभावना है। मायानगरी मुंबई में 4 मार्च को बारिश हो सकती है।
अब तक बारिश कुछ-कुछ स्थानों पर हुई है जबकि इस समय का मौसमी परिदृश्य संकेत कर रहा है कि इसके दायरे और तीव्रता में बढ़ोत्तरी होगी। महाराष्ट्र के तटीय भागों को छोडकर शेष हिस्सों में कहीं-कहीं ओले पड़ने की संभावना अभी भी बनी हुई है।
Image Credit: agrifarming.in