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[Hindi] पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में प्री-मॉनसून सीजन की शुरुआत में सामान्य से कम हुई बारिश

March 27, 2019 9:02 PM |

उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में मार्च का महीना बदलाव लेकर आता है। मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में सर्दी लगभग समाप्त हो जाती है और गर्मी शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार कहानी कुछ अलग रही। मार्च के मध्य तक इन सभी भागों में मौसम काफी ठंडा रहा। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पहाड़ों पर उम्मीद से ज़्यादा बर्फबारी होती रही और मैदानी इलाकों में रुक-रुक कर मध्य मार्च तक बारिश दर्ज हुई है।

मार्च महीने मध्य से इन राज्यों का मौसम अचानक बदल गया। बारिश कम हो गई और गर्मी की अचानक शुरुआत हो गई। वर्तमान महीने के शुरुआती दिनों में अच्छी बारिश के बावजूद दूसरे पखवाड़े में बारिश में कमी के कारण मैदानी राज्यों में बारिश के आंकड़ों में गिरावट आई। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 1 मार्च से 26 मार्च तक पंजाब में बारिश में कमी 60% के स्तर पर पहुँच गई, हरियाणा में 36%, पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में 47% तो वहीं पूर्वी उत्तर-प्रदेश में बारिश में 39% के स्तर पर रही।

वर्तमान में पंजाब और हरियाणा के उत्तरी हिस्सों में दिन का तापमान 35˚C के करीब पहुँच जाता है लेकिन अधिकांश उत्तरी शहरों में अब भी पारा 30˚C के आसपास चल रहा है। इसके अलावा इन राज्यों के दक्षिणी हिस्सों का तापमान 40˚C के आसपास रिकॉर्ड किया जाने लगता है जबकि इस बार हालात अलग हैं और ज़्यादातर शहरों में तापमान अब भी 32˚C के आसपास ही बना हुआ है। तापमान के लिहाज़ से इन क्षेत्रों में मौसम अपेक्षाकृत ठंडा है।

उत्तर-प्रदेश के भी अधिकांश इलाकों जैसे लखनऊ और कानपुर में भी दिन का तापमान 35˚C के करीब दर्ज किया जाता है। जबकि इन भागों में अधिकतम तापमान 32˚C के आसपास रिकॉर्ड किया जा रहा है।

Also Read In English : March rain to end on a deficient note in Punjab, Haryana and Uttar Pradesh

स्काइमेट के अनुसार 29 और 30 मार्च को हरियाणा और पंजाब के कुछ इलाकों में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। इसके अलावा 30 और 31 मार्च को उत्तर-प्रदेश के भी कुछ भागों में छिटपुट बारिश हो सकती है। हालांकि इस बारिश से इन राज्यों में मार्च महीने में रही बारिश में कमी की भरपाई नहीं हो पायेगी।

इसके अलावा मार्च ख़त्म होने और अप्रैल के शुरू होने पर मौसमी परिदृश्य और बदलेगा। बारिश में कमी आएगी जबकि गर्मी उत्तरोत्तर बढ़ती जाएगी। कह सकते हैं कि उत्तर-पश्चिम भारत के राज्यों में आने वाले दिनों में औसत बारिश में और कमी देखने को मिल सकती है।

उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्रों की औसत बारिश पर एक नजर:

सारणी के मुताबिक मार्च के मुकाबले अप्रैल में आधी बारिश होती है।

Image Credit: tribuneindia.com

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