पोस्ट मॉनसून सीजन खत्म होने से पहले उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बारिश के लिए मौसम अनुकूल बन रहा है। उम्मीद है कि 27 और 28 दिसंबर को पहाड़ों पर कुछ इलाकों में बारिश और हिमपात देखने को मिलेगा तो मैदानी इलाकों में कुछ स्थानों पर वर्षा की गतिविधियां दर्ज की जाएंगी।
जैसी संभावना जताई गई थी, एक पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तर भारत के पहाड़ों के करीब पहुंचा है। इस सिस्टम का प्रभाव न सिर्फ पहाड़ों पर दिखेगा बल्कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में देखा जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ के चलते मैदानी इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनेगा जिससे हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हवाओं का रुख बदल जाएगा। सुबह और रात की सर्दी में कुछ कमी आएगी लेकिन दिन में मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहेगा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर से लेकर लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर वर्षा की गतिविधियां और बर्फबारी दर्ज की जाएगी। 27 और 28 दिसम्बर को यह बारिश और हिमपात अपेक्षित है। बारिश और बर्फबारी हल्की से मध्यम होगी। इस दौरान भारी हिमपात या मूसलाधार वर्षा की आशंका नहीं है जिससे पहाड़ों पर सामान्य जनजीवन के लिए किसी तरह के खतरे की आशंका फिलहाल नहीं है।
मैदानी भागों में भी बदले हवा के रुख के चलते ही 27 और 28 दिसम्बर को कुछ इलाकों में ऊंचाई वाले बादल दिखाई देंगे। यह बादल धूप का असर तो कम करते हैं लेकिन बारिश नहीं देते। हालांकि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर निचले बादल भी छा सकते हैं जिनसे इन भागों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा इन दो दिनों के दौरान देखने को मिल सकती है। दिल्ली समेत उत्तरी राजस्थान और पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में मौसम मुख्यतः साफ और शुष्क ही बना रहेगा।
Image credit: Daily Excelsior
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