उत्तर भारत के पहाड़ों पर 12 दिसम्बर के बाद अच्छी बर्फबारी देखने को नहीं मिली है। जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां मुख्यतः पश्चिमी विक्षोभ के चलते होती हैं। इस दौरान कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों के करीब नहीं पहुंचा जिसके चलते विशेष बारिश या हिमपात नहीं हुई। फिलहाल अच्छी खबर यह है कि अगले 2-3 दिनों के दौरान पहाड़ी राज्यों में मौसम सक्रिय हो सकता है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ आज रात से जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश को प्रभावित करेगा। यह सिस्टम जम्मू कश्मीर के करीब पहुँच चुका है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते जम्मू कश्मीर के उत्तरी हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा और हिमपात होने की संभावना है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
राजधानी श्रीनगर में भी कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। हालांकि बर्फबारी के आसार यहाँ नहीं हैं। गुलमर्ग, पहलगाम, लेह सहित ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फ पड़ने के आसार हैं। कटरा स्थित पवित्र तीर्थ स्थल वैष्णो देवी धाम में बादल छाए रहेंगे। कहीं-कहीं भवन के आसपास हल्की वर्षा देखने को मिल सकती है। हालांकि बर्फबारी देखने को नहीं मिलेगी।
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हिमाचल प्रदेश में भी उत्तर के इलाकों में कहीं-कहीं वर्षा और बर्फबारी देखने को मिल सकती है। हिमाचल के मनाली, कुल्लू, डलहौज़ी, चंबा, लाहौल स्पीति में अगले 48 घंटों के दौरान हल्की बारिश या बर्फबारी होने की संभावना है। अनुमान है कि जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में 27 दिसम्बर तक बारिश की गतिविधियां रहेंगी। उसके पश्चात पश्चिमी विक्षोभ आगे निकल जाएगा। हालांकि एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा या हिमपात जारी रह सकता है।
आमतौर पर कश्मीर और हिमाचल में बदले मौसम का असर उत्तराखंड में भी देखने को मिलता है। लेकिन यह सिस्टम उत्तर से आगे बढ़ेगा जिसके चलते उत्तराखंड को फिलहाल प्रभावित नहीं करेगा। उत्तराखंड में बादल छाएंगे लेकिन मौसम शुष्क ही बना रहेगा।
Image credit: Odisha360.com
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