इस समय दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश से दक्षिणी कोंकण-गोवा और कर्नाटक तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। इस ट्रफ के प्रभाव से महाराष्ट्र के ऊपर एक कोन्फ़्लुएन्स जोन विकसित हो गया है। इन मौसमी सिस्टमों की बदौलत महाराष्ट्र में बारिश की गतिविधियां दर्ज की जा रही हैं।
यहाँ पर दो अलग-अलग दिशा से हवाओं का प्रवाह है। एक ओर उत्तर-पश्चिम दिशा से शुष्क हवाएँ आ रहीं हैं तो दूसरी तरफ बंगाल की खड़ी से आर्द्र और गर्म हवाएँ यहाँ पहुँच रही हैं। इन दोनों हवाओं की प्रकृति अलग-अलग है और इनके आपस में मिलने से मौसमी हलचल हो रही और यहाँ पर बादल बने हुए है।
स्काइमेट का अनुमान है कि महाराष्ट्र के लगभग सभी भागों में अगले 24 घंटों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी। विदर्भ में बारिश की तीव्रता अपेक्षाकृत कम होगी जबकि मध्य महाराष्ट्र में अच्छी वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
दिन के तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री अधिक बने हुए हैं। लेकिन लगातार बने बादलों और बारिश के चलते तापमान में कमी दर्ज की जाएगी और यह सामान्य या सामान्य से भी नीचे आ जाएगा। लेकिन न्यूनतम तापमान में विशेष कमी की संभावना नहीं है बल्कि आसार हैं कि यह सामान्य से कुछ अधिक बना रहेगा।
अच्छी वर्षा वाले क्षेत्रों का विवरण नीचे दिया गया है:
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