बीते कुछ दिनों से पंजाब में हो रही हल्की से मध्यम वर्षा के चलते राज्य में बारिश में कमी के आंकड़ों में व्यापक सुधार देखने को मिला है। राज्य में बारिश में की कमी के चलते किसानों के सामने चुनौती पैदा हो गई थी। हाल की बारिश से आंकड़ों में व्यापक बदलाव देखने को मिला। हालांकि पंजाब में अभी भी सामान्य से 25 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। स्काइमेट ने जैसा अनुमान जताया था, अगस्त के अंत में भी बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।
रविवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान भटिंडा में 68 मिलीमीटर की भारी बारिश दर्ज की गई। अमृतसर में 10 मिलीमीटर वर्षा हुई। जबकि लुधियाना और पटियाला जैसे अन्य शहरों में बहुत मामूली बारिश देखने को मिली।
उत्तर पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू कश्मीर के पास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसी सिस्टम के चलते उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों के साथ-साथ पंजाब के उत्तरी भागों में भी बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। हालांकि यह सिस्टम धीरे-धीरे पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिशा में बढ़ रहा है और जल्द ही यह आगे निकल जाएगा।
इस सिस्टम के आगे निकलने के बाद भी राज्य में बारिश होती रहेगी क्योंकि पश्चिमी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम के प्रभाव से पंजाब के अधिकतर भागों वर्षा होगी। वर्षा की तीव्रता कहीं अधिक तो कहीं कम भले ही हो। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम जबकि कहीं कहीं भारी बारिश दर्ज की जा सकती है। धीरे-धीरे बारिश का प्रसार पंजाब के पूर्वी भागों में बढ़ेगा।
वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार राज्य में अगले 48 घंटों के दौरान वर्षा जारी रहेगी। पंजाब में 28 अगस्त तक के आंकड़ों के अनुसार सामान्य से 17 फीसदी कम वर्षा हुई है। अगले 48 घंटों में होने वाली संभावित अच्छी वर्षा के चलते आंकड़ों में और सुधार देखने को मिलेगा।
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