दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में बीते लगभग एक सप्ताह से भीषण गर्मी से राहत मिली हुई है और बीच-बीच में हो रही हल्की बारिश की गतिविधियों के चलते तापमान नियंत्रण में है। तापमान नियंत्रण में रहने के चलते लू का प्रभाव नहीं बढ़ने पा रहा है। प्री-मॉनसून बारिश की गतिविधियों के चलते उत्तर भारत के राज्यों में पंजाब से लेकर हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान तथा इससे सटे उत्तरी मध्य प्रदेश तक राहत की यह बयार बह रही है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 से 48 घंटों के दौरान बारिश की गतिविधियां इन राज्यों में बढ़ सकती हैं। उत्तर भारत में आने वाले एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभों और इसके प्रभाव से मैदानी राज्यों में विकसित होने वाले सिस्टमों के चलते मौसम की यह सक्रियता देखने को मिल रही है।
आपको बता दें कि उत्तर भारत में बीते कई दिनों से एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभों के आने का सिलसिला जारी है। इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के उत्तरी भागों पर बना हुआ है जो धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए पूर्वी दिशा में निकल जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान पर बना हुआ है। चक्रवाती सिस्टम भी पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेगा और अनुमान है कि कल यह पंजाब के ऊपर हवाओं में पहुँच जाएगा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ कल उत्तर भारत के हिमालयी भागों के करीब पहुंचेगा। उत्तर में पहुंचे पश्चिमी विक्षोभ और मैदानी राज्यों पर हवाओं में बने चक्रवाती क्षेत्र के चलते 29 और 30 अप्रैल को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। अनुमान है कि इन राज्यों में कुछ स्थानों पर धूल भरी आँधी चलने और बादलों की गर्जना होने के साथ बारिश दर्ज की जाएगी।
स्काइमेट का अनुमान है कि यह सभी सिस्टम 29 अप्रैल को सक्रिय हो जाएंगे और 29 अप्रैल से 1 मई तक पंजाब के कई इलाकों, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तरी तथा पूर्वी राजस्थान में अच्छी बारिश कुछ स्थानों पर देखने को मिल सकती है। बारिश के चलते तापमान में और गिरावट आएगी जिससे मौसम खुशनुमा हो जाएगा। अनुमान है कि मई की शुरुआत भी खुशनुमा मौसम के साथ होगी।
Image credit: Shara Samay
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