पंजाब और हरियाणा के अधिकांश भागों में बीते 24 घंटों से मौसम शुष्क बना हुआ है। सिर्फ हरियाणा के कुछ भागों में गरज के साथ हल्की बारिश की फुहारें देखने को मिली हैं।
स्काइमेट द्वारा किये गए पूर्वानुमान के मुताबिक ही, पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर के भागों तक पहुँच रहा है और इसके कारण पश्चिमी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके कारण हरियाणा से पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक ट्रफ रेखा फैली हुई है।
इसके कारण इन दोनों राज्यों में हो रही प्री-मॉनसूनी गतिविधियों की तीव्रता बढ़ने के आसार हैं। वहीं आज यानि गुरुवार 23 मई को पंजाब और हरियाणा के भागों में शाम के समय धूलभरी आंधी और तेज़ हवाओं के साथ गरज और छिटपुट बारिश की गतिविधियां होने की उम्मीद है।
इस दौरान पंजाब और हरियाणा के एक-दो स्थानों में मूसलाधार बारिश हो सकती है।
इसके अलावा अगले दो दिनों के दौरान, बारिश के कारण पंजाब और हरियाणा के अधिकांश भागों में मौसम सुहावना होने के साथ आसमान में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। इस दौरान यहां का तापमान घटकर 40 डिग्री के नीचे पहुँच सकता है।
इसके बाद, 24 मई से यह मौसमी सिस्टम पूर्वी दिशा की ओर बढ़ना शुरू हो जायेगा। जिससे पंजाब और हरियाणा सहित उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में हो रही प्री-मॉनसूनी गतिविधियों में कमी देखने को मिल सकती है। तथा एक बार फिर यहां के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।
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मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 24 मई तक होने वाली यह बारिश उत्तर-पश्चिमी मैदानी भागों की आखिरी प्री-मॉनसूनी गतिविधि हो सकती है। क्योंकि इसके बाद इन इलाकों पर कोई पश्चिमी विक्षोभ या चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र नहीं बन रहा है। हालांकि शुष्क मौसम के चलते दक्षिणी हरियाणा के हिस्सों में एक बार फिर लू का प्रकोप दिखने की संभावना है।
Image credit: Moneycontrol
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