पंजाब और हरियाणा में लंबे समय से शीतलहर का प्रकोप जारी है। रात ही नहीं दिन में भी अधिकांश स्थानों पर तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है जिसके कारण सामान्य जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों पर जमा बर्फ की ठंडक लिए आने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण इन दोनों उत्तरी मैदानी राज्यों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अब मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। हालांकि कम से कम अगले 24 घंटों तक यह ठंडी हवाएँ धीमी गति से ही सहित उत्तर भारत के राज्यों में चलती रहेंगी जिससे इस दौरान कड़ाके की सर्दी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
तापमान में कमी और हवाओं की गति धीमी होने के साथ अब घने कोहरे के लिए भी स्थितियाँ अनुकूल बन गई हैं। इससे आशंका है कि इन दोनों राज्यों में 30 दिसम्बर को कई जगहों पर घना कोहरा रहेगा जिससे दृश्यता प्रभावित होगी और यातायात व्यवस्था बाधित होगी।
इन राज्यों में 30 दिसम्बर से बदलेगा मौसम
स्काइमेट का आंकलन है कि एक पश्चिमी विक्षोभ 30 दिसम्बर की शाम से उत्तर भारत में पहुंचेगा जिसके चलते उत्तर-पश्चिमी हवाएँ बंद हो जाएंगी और पंजाब तथा हरियाणा में पूर्वी हवाएँ चलनी शुरू होंगी। हवा जैसे ही रुख बदलेगी इन राज्यों में दिन और रात के तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी।
इस बदलाव के साथ ही पंजाब और हरियाणा के शहरों में 31 दिसम्बर की शाम से ही कुछ बादल छाएंगे और 1 जनवरी से बारिश भी शुरू हो जाएगी। उम्मीद है कि दोनों राज्यों में 1 और 2 जनवरी को बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बादलों की गर्जना और ओलावृष्टि जैसी गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
English Version: Rainy New Year ahead for Punjab and Haryana, hailstorm also expected
31 दिसम्बर से ही दोनों राज्यों में तापमान काफी ऊपर हो जाएगा जिससे भीषण शीतलहर की स्थिति कुछ समय के लिए खत्म हो जाएगी। दिन के तापमान में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है। दिन में पारा बढ़ने से कोल्ड डे कंडीशंस भी खत्म हो जाएगी।
Image credit: The Indian Express
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