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[Hindi] उत्तर भारत में गर्म और शुष्क मौसम के लिए फिर से हो जाइए तैयार

June 4, 2015 3:06 PM |

उत्तर भारत में जून की शुरुआत में एक सक्षम पश्चिमी विक्षोभ आया जिसके प्रभाव से राजस्थान तथा इसके आसपास के भागों में एक प्रभावशाली चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित हुआ। इन हवाओं को अरब सागर से नमीं मिल रही थी, जिससे राजस्थान, मध्य प्रदेश के कुछ भागों, हरियाणा, दिल्ली और पंजाब तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर बारिश और गरज के साथ बौछारों की गतिविधियां 2 से 4 दिनों के दौरान देखने को मिली।

Samaylive_Hot days in north Indiaअब यह पश्चिमी विक्षोभ पूरब की ओर आगे निकलता जा रहा है और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी कमजोर हो गया है। अनुमान है कि इन भागों में सामान्य पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी हवाएँ चलना शुरू होंगी, जो शुष्क होंगी। अतः शुक्रवार से फिर से उत्तर भारत में पारा ऊपर का रूख करेगा।

हालांकि तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा क्योंकि उत्तर भारत में हवाएँ दक्षिण और मध्य पाकिस्तान तथा राजस्थान से आ रही हैं, जहां अच्छी बारिश हुई है और पारा अभी सामान्य से नीचे चल रहा है। इसलिए यही हवाएँ मई में जितनी गरम थीं उतनी फिलहाल नहीं होंगी। लेकिन खिली धूप और स्वच्छ आकाश के चलते अगले 3 से 4 दिनों में पाकिस्तान और राजस्थान में मौसमी परिदृश्य बदलेगा, गर्मी बढ़ेगी जिससे उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत में गर्म हवाएँ पहुँचेंगी और इन भागों में तापमान 40 डिग्री को पार कर जाएगा।

इससे पहले अगर मई महीने के मौसम को फिर से देखें तो मई में लगातार शुष्क मौसम के चलते समूचा उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहा। यह सच है कि पश्चिमी विक्षोभ जैसी मौसमी हलचलें उत्तर भारत में देखने को मिली लेकिन ये पश्चिमी विक्षोभ उतने सक्षम नहीं थे जिनसे राजस्थान या हरियाणा के ऊपर कोई चक्रवाती हवा का क्षेत्र विकसित हो पाये और उत्तर भारत के मैदानी भागों में मौसम में बदलाव देखने को मिले। इसी वजह से उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में पश्चिम दिशा से गर्म और शुष्क हवाएँ लगातार चलती रहीं और लोग गर्मी से हलकान रहे।

 

Image credit: Samaylive

 

 






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