राजस्थान में मई की शुरुआत से ही मौसम में रुक-रुक कर हलचल हो रही है। इसकी वजह है यहां एक के बाद एक बनने वाले मौसमी सिस्टम। बीते कई दिनों से इस मरुस्थल राज्य में कई जगहों पर धूलभरी आंधी और गर्जना के साथ-साथ प्री-मॉनसूनी बारिश की गतिविधियां देखने को मिली हैं।
कल यानि रविवार को राजस्थान के बाड़मेर, जालोर और जैसलमेर में आंधी के साथ हल्की बारिश रिकॉर्ड की गयी।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के हिमालयी भागों की ओर बढ़ रहा है तथा इसके कारण राजस्थान के भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने के आसार हैं। इससे कल यानि मंगलवार से राजस्थान में एक बार फिर से मौसमी हलचल बढ़ने की उम्मीद है।
गर्जना और बारिश की यह गतिविधियां आने वाले 2-3 दिनों के दौरान राजस्थान के पश्चिमी और उत्तरी भागों विशेषकर श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर, सीकर, चूरू, टोंक, जयपुर और अजमेर में हो सकती हैं। इसके बाद दक्षिणी राजस्थान के हिस्सों में भी मौसम में बदलाव होने के आसार हैं।
स्काइमेट के अनुसार, इन मौसमी गतिविधियों के कारण राजस्थान के अधिकांश भागों के तापमान में हल्की गिरावट होने की उम्मीद है। पारा गिरकर 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा जिससे अधिकांश हिस्सों में अगले 3-4 दिनों तक राज्य के लोगों को गर्म मौसम से राहत रहेगी।
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इस वर्ष राजस्थान में बीते कुछ सालों की अपेक्षा बेहतर प्री-मॉनसूनी बारिश देखने को मिली है। यह बारिश मिटटी में नमी बढ़ाने में मदद करेगी जो फसलों के लिए फायदेमंद होगी।
पश्चिमी राजस्थान में मई महीने में आमतौर पर ज्यादा बारिश नहीं होती है। लेकिन इस साल, अब तक, बाड़मेर में 62 मिमी, फलोदी में 36 मिमी, जैसलमेर में 28 मिमी, जोधपुर में 15 और बीकानेर में 11 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है।
Image credit: ZEE News
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