मार्च के शुरुआती 2 सप्ताह में शुष्क मौसम के बाद आखिरकार तीसरे सप्ताह में मौसम मेहरबान हुआ और भारत के कई इलाकों में बारिश दर्ज की गई। शुरुआती दो हफ्तों की बात करें तो 14 मार्च तक भारत में कुल वर्षा के आंकड़ों में 58% की कमी थी। यानी सामान्य से 58 फीसदी कम बारिश हुई थी। हालांकि जैसा कि स्काईमेट ने अनुमान लगाया था, तीसरे सप्ताह की शुरुआत से ही मौसम के इस परिदृश्य में बदलाव आया और देश में अधिकांश स्थानों पर बारिश हुई।
इस दौरान उत्तर भारत के कई इलाकों के साथ-साथ दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत तक कई राज्यों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलीं। इस बारिश ने भारत में प्री-मॉनसून सीजन शुरू होने का भी संकेत दे दिया। इससे भारत में बारिश के आंकड़ों में सुधार आया और 21 मार्च को वर्षा की कमी 35% रह गई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 1 मार्च से 21 मार्च के बीच औसत बारिश 19.8 मिलीमीटर है जबकि 12.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। अकेले तीसरे में हुई बारिश की बात करें तो 15 से 21 मार्च के बीच सामान्य से अधिक 7.4 बारिश हुई। इस दौरान औसतन 7 मिलीमीटर वर्षा होती है।
तीसरे सप्ताह में सबसे अधिक बारिश हुई दक्षिण भारत में, जिससे सामान्य से 54% पीछे चल रहा क्षेत्र 142% अधिक वर्षा वाला स्थान बन गया। इस दौरान 15.2 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य के 1.9 मिलीमीटर से 697 प्रतिशत अधिक है। पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश के आंकड़ों में सुधार देखने को मिला, जहां बारिश में कमी का आंकड़ा 35 प्रतिशत से घटकर 20 प्रतिशत पर आ गया।
मध्य भारत में बारिश हुई लेकिन आंकड़ों में सुधार नहीं हुआ। यहां बारिश में कमी का आंकड़ा सामान्य से 90 फ़ीसदी कम के स्तर पर ही बना रहा। उत्तर-पश्चिम भारत में भी बारिश के बावजूद बारिश में कमी 58 प्रतिशत बनी रही। देश के 36 उप-संभागों में से 8 में अत्यधिक बारिश हुई। एक में सामान्य से अधिक वर्षा हुई। चार में सामान्य जबकि तीन में सामान्य से कम बारिश हुई। 18 उप-संभागों में बेहद मामूली वर्षा रिकॉर्ड गई की गई जबकि 2 में बिल्कुल भी बारिश नहीं दिखी।
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मार्च के बाकी दिनों की बात करें तो इस समय मौसम शुष्क है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मार्च की विदाई शुष्क मौसम के साथ होगी। इस दौरान महज़ पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर और दक्षिणी प्रायद्वीप में एक-दो पर प्री-मॉनसून वर्षा देखने को मिलेगी। यानि आने वाले दिनों में अधिकांश भागों में मौसम शुष्क होगा और तापमान तेजी से ऊपर का रुख करेगा।
मध्य भारत में सबसे बुरी स्थिति हो सकती है महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र में जल्द ही लू अपना शिकंजा कड़ा कर सकती है। मुंबई में पहले ही रविवार को दिन का तापमान 41 डिग्री के स्तर को छू चुका है। जिससे यहां लू चल रही है। जल्द ही अन्य भागों में भी हालात ऐसे ही होंगे।
Image credit: DNA India
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