स्काइमेट ने जैसा अनुमान लगाया था मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में पिछले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इंदौर में 13.4 मिलीमीटर की अच्छी बारिश देखने को मिली। इसी तरह से सतना में 4.9 मिमी, बिलासपुर में 5 मिमी, पेंडरा में 5.4 मिमी, ग्वालियर में 2.3 मिमी, उज्जैन में 1.2 मिमी, जबलपुर में 1.1 मिमी और अम्बिकापुर में 0.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और इससे सटे दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बने एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत तक बनी ट्रफ के प्रभाव से मध्य भारत के कुछ हिस्सों में मौसम सक्रिय था और बारिश देखने को मिल रही थी। स्काइमेट के अनुसार अब पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान में बारिश में व्यापक कमी आएगी। हालांकि पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ और सटे विदर्भ के भागों में गरज के साथ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश जारी रह सकती है। इन भागों में एक-दो स्थानों पर मध्यम वर्षा भी हो सकती है।
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जबलपुर, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, रायसेन, दमोह, बिलासपुर, जगदलपुर, राजनन्दगाँव, नागपुर, अकोला, बुलढ़ाना सहित आसपास के भागों में अगले 48 घंटों तक प्री-मॉनसून बारिश के लिए स्थितियाँ अनुकूल बनी रहेंगी। इन भागों में इस दौरान बारिश से पहले और बारिश के साथ तेज़ हवाएँ चलने और बादलों की तेज़ गर्जना की भी संभावना है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
प्री-मॉनसून सीज़न में आमतौर पर बारिश दोपहर, शाम या सुबह के समय होती है। हमारा अनुमान है कि विदर्भ, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में इन गतिविधियों के चलते दिन के तापमान में हल्की गिरावट हो सकती है।
Image Credit: Hero Miles
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