दिल्ली में 11 अप्रैल के बाद से लगातार तापमान बढ़ता जा रहा है। स्काइमेट ने जैसा अनुमान लगाया था 15 अप्रैल को दिल्ली के सफदरजंग में अधिकतम तापमान बढ़ते हुए 40.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पालम में और गर्मी रही, जहां पर 40.8 डिग्री सेल्सियस पारा रिकॉर्ड किया गया।
जहां तक बारिश की बात है, दिल्ली में अप्रैल के पहले पखवाड़े में मुख्यतः मौसम साफ और शुष्क रहा है। सफदरजंग मौसम केंद्र पर बारिश की एक भी बूंद रिकॉर्ड नहीं की गई है। हालांकि पालम में 3 मिलीमीटर वर्षा अप्रैल के पहले पखवाड़े में दर्ज हुई है। आपको बता दें कि दिल्ली में औसत बारिश अप्रैल महीने में 13 मिलीमीटर है। यानी प्री मॉनसून सीजन के इस दूसरे महीने में 13 मिलीमीटर बरसात दिल्ली में आमतौर पर होती है।
अप्रैल की तुलना में मार्च दिल्ली के लिए काफी अच्छा रहा था, जब सामान्य से बहुत अधिक वर्षा दर्ज की गई थी। अब एक बार फिर से स्थितियां मार्च जैसी बन रही हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर पर बारिश के लिए मौसम अनुकूल होता है दिखाई दे रहा है। अनुमान है कि 17 अप्रैल से एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास पहुंचेगा।
दिल्ली-एनसीआर में 17 से होगी बारिश
पश्चिमी विक्षोभ के चलते 17 से 19 अप्रैल तक दिल्ली और इससे सटे गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, पलवल और आसपास के भागों पर बादल आते जाते रहेंगे। इस दौरान रुक-रुक कर कुछ स्थानों पर हल्की तो कहीं पर मध्यम बौछारें दर्ज की जा सकती हैं। पिछले 5 दिनों से तापमान में हो रही वृद्धि के क्रम में यह बारिश ब्रेक लगा देगी।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार कम से कम अगले 1 सप्ताह तक तापमान 40 डिग्री तक नहीं पहुंचेगा। क्योंकि 20 अप्रैल से एक बार फिर एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर पर दस्तक दे सकता है। आगामी सिस्टम भी दिल्ली में बारिश का एक और स्पेल देकर जाएगा।
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