हरियाणा में जहां लंबे समय से बारिश देखने को नहीं मिली है वहीं पंजाब के उत्तरी जिलों में रुक-रुक कर वर्षा की गतिविधियां होती रही हैं। पंजाब में बारिश का कारण हैं जम्मू कश्मीर के पास से होकर गुजरने वाले पश्चिमी विक्षोभ। जबकि हरियाणा में कई दिनों से जारी शुष्क मौसम के कारण तापमान बढ़ा है और कुछ हिस्सों में लू जैसी स्थितियाँ देखने को मिलीं।
इस समय भी जम्मू कश्मीर के पास एक पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है। इसके प्रभाव से राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित होगा। साथ ही ओड़ीशा की ओर आ रहे भीषण चक्रवाती तूफान फ़ानी के चलते बंगाल की खाड़ी से भी आर्द्र हवाएँ हरियाणा और पंजाब पर आएंगी।
मौसमी परिदृश्य में इस बदलाव के परिणामस्वरूप पंजाब और हरियाणा में बारिश देखने को मिलेगी। दोनों राज्यों के उत्तरी जिलों में आज धूलभरी आँधी चलने और बादलों की गर्जना होने की संभावना है। कल यानि 3 मई से मौसम और सक्रिय होगा। उम्मीद है कि 3 और 4 मई को पंजाब और हरियाणा के अधिकांश भागों में धूल भरी आँधी और बादलों की गर्जना के साथ हल्की बारिश देखने को मिलेगी। भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका फिलहाल नहीं है।
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मौसम को बदलने वाले सभी मौसमी सिस्टम 5 मई से कमज़ोर हो जाएंगे या आगे निकल जाएंगे जिसके चलते पूर्वी हवाएँ चलना बंद हो जाएंगी। पंजाब और हरियाणा में 5 मई से गर्म और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलनी शुरू होंगी, जिससे दोनों राज्यों में फिर से सभी भागों में मौसम शुष्क हो जाएगा और तापमान ऊपर का रुख करेगा।
Image Credit: OnlineIndus
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