दिल्ली समेत उत्तर भारत में मॉनसून जल्द ही दरवाजा खटखटाने वाला है। इससे पहले बीती रात अचानक मौसम बदला और दिल्ली-एनसीआर समेत पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बारिश का एक झोंका आया। इस प्री-मॉनसून वर्षा के चलते उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में तापमान में गिरावट आई और लोगों को तेज़ गर्मी से कुछ राहत मिली।
प्री-मॉनसून वर्षा ने बदला मौसम
पिछले 24 घंटों के दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र द्वारा 4.8 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा चंडीगढ़ में 23 मिमी, पंजाब में भटिंडा में 10 मिमी, लुधियाना में 10 मिलीमीटर, पठानकोट में 7 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। हरियाणा में नारनौल में 8 मिमी, रोहतक में 7 मिमी, भिवानी और हिसार में 4 मिमी बारिश हुई। राजस्थान में सीकर में 22 मिमी, सवाई माधोपुर में 14 मिमी, चूरु में 9 मिमी और जयपुर में 4 मिमी वर्षा हुई।
बदलते मौसम और मॉनसून के आगमन की संभावना के बीच अब उमस लगातार बढ़ती जाएगी। मॉनसून के आगमन से पहले ही बादलों का आना जाना शुरू हो जाता है और बारिश भी बढ़ती रहती है। इससे अब हवाओं में नमी बरकरार रहेगी जिससे उमस यानि पसीने वाली गर्मी परेशान करेगी। लेकिन अब तापमान 45 डिग्री से ऊपर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में संभवतः नहीं जाएगा। यह अपने आप में एक बड़ी राहत की बात है।
मॉनसून के आगमन से पहले और होगी बारिश
राजस्थान में तकरीबन एक सप्ताह तक लू का प्रकोप देखने को मिला। अब तापमान में गिरावट शुरू हुई है जिससे गर्मी से राहत मिलने लगी है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मध्य पाकिस्तान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती सिस्टम दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर है। इन दोनों सिस्टमों को एक ट्रफ रेखा जोड़ रही है, जो पूर्वोत्तर भारत तक पहुंच रही है।
इन्हीं सिस्टमों के प्रभाव से उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में 19 जून को मौसम में कुछ बदलाव आना शुरू हुआ। अगले 2-3 दिनों के दौरान यानि 22 जून तक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में इसी तरह से बादल बने रहेंगे या आते जाते रहेंगे और बादलों की गर्जना तथा धूल भरी आंधी के साथ कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश का झोंका आ सकता है। इस दौरान बहुत अधिक बारिश नहीं होगी लेकिन मौसम में बदलाव से हरियाणा, पंजाब के अधिकांश हिस्सों, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ज्यादातर भागों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं जाएगा। राजस्थान में भी तापमान में गिरावट हुई है। लेकिन राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में खासतौर पर बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और आसपास के भागों में गिरावट के बावजूद पारा 40 डिग्री से ऊपर बना रहेगा।
अगले 2-3 दिनों में उत्तर भारत में मॉनसून का होगा आगमन
उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों के साथ-साथ पर्वतीय क्षेत्रों में अगले तीन-चार दिनों में मॉनसून के आगमन की संभावना है। देश के कई इलाकों में सामान्य समय से पहले पहुंचा मॉनसून उत्तर पश्चिम भारत को भी निराश नहीं करेगा। पहाड़ों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक समय से पहले मॉनसून दस्तक दे सकता है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि 23-24 जून से मैदानी भागों में अच्छी वर्षा देखने को मिलेगी। उसी दौरान तापमान में भी बड़ी गिरावट हो सकती है।
Image Credit: The Indian Express
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