उत्तर प्रदेश में प्री-मॉनसून वर्षा तेज़ हो गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के मध्य और पश्चिमी जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है। बीते 24 घंटों में बरेली में 16.4 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। मुरादाबाद में 4.2 मिमी और मेरठ तथा कानपुर में 2.2 मिलीमीटर बारिश हुई।
अगले 2-3 दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में प्री-मॉनसून वर्षा के लिए मौसमी परिदृश्य अनुकूल बना हुआ है। अनुमान है कि मध्य और पश्चिमी भागों में आज भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में गरज के साथ वर्षा के आसार हैं। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
उत्तरी राजस्थान से इस समय एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार तक सक्रिय है। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती सिस्टम भी बना हुआ है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में प्री-मॉनसून वर्षा तेज़ हो गई है। अनुमान है कि अगले 2-3 दिनों तक इस तरह प्री-मॉनसून वर्षा के लिए मौसमी परिदृश्य अनुकूल बना रहेगा। अगले 24 घंटों के दौरान लखनऊ, कानपुर और आसपास के भागों में मध्यम बौछारें देखने को मिल सकती हैं।
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स्काइमेट के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञों के अनुसार लखनऊ और कानपुर के अलावा हरदोई, उन्नाव, बदायूँ, एटा, इटावा, मैनपुरी, बरेली, बाराबंकी, अलीगढ़, मुरादाबाद और फ़िरोज़ाबाद में अगले 2-3 दिनों के दौरान रुक-रुक कर प्री-मॉनसून वर्षा दर्ज की जा स्काती है। इसके अलावा राज्य के पूर्वी भागों में वर्षा का ज़ोर तराई वाले जिलों में रहेगा। अनुमान है कि महराजगंज, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर और आसपास के भागों में वर्षा होगी।
इलाहाबाद, वाराणसी, मिर्ज़ापुर, आजमगढ़, जौनपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर और आसपास के दक्षिण-पूर्वी जिलों में विशेष बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि एक-दो स्थानों पर धूलभरी आँधी और बादलों की गर्जना के साथ बूँदाबाँदी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
Image credit: Lokmat Hindi
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