चक्रवात ‘बुलबुल’ के कोलकाता पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौजूदा स्थिति जानने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत की और आपदा की इस घड़ी में राज्य को हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया। बता दें कि, चक्रवात ‘बुलबुल’ ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में दस्तक दी थी।
पीएम मोदी ने की ममता बनर्जी से बातचीत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट के माध्यम से भारत के पूर्वी हिस्सों में चक्रवात की स्थिति और भारी बारिश के मद्देनजर उत्पन्न हुई स्थिति की समीक्षा की। साथ ही, उन्होंने कहा कि चक्रवात ‘बुलबुल’ के कारण उत्पन्न हुई स्थिति पर ममता बनर्जी से भी बातचीत की। इतना ही नहीं, उन्होंने केन्द्र द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है। इन सब के अलावा, पीएम मोदी ने हर किसी की सुरक्षा और तंदुरुस्ती की कामना भी की।
Reviewed the situation in the wake of cyclone conditions and heavy rain in parts of Eastern India.
Spoke to WB CM @MamataOfficial regarding the situation arising due to Cyclone Bulbul. Assured all possible assistance from the Centre. I pray for everyone’s safety and well-being.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2019
बंगाल में 'बुलबुल' का असर
बंगाल के कई इलाकों में तूफान से भारी नुकसान हुआ है। कई जगह पेड़ भी गिरे हैं। राहत कार्य पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगातार काम कर रही है। इस बीच, कोलकाता में चक्रवाती तूफान बुलबुल का विनाशकरी रूप देखने को मिला।
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, एक 28 साल का शेफ जो बल्लीगंज में कलकत्ता क्रिकेट एंड फुटबॉल क्लब के साथ काम करते थे, उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि परिसर में एक देवदार वृक्ष की शाखा के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद यह घटना घटी।
स्कूलों, कॉलेजों और आंगनवाड़ी केंद्रों को किया गया बंद
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस तूफान से घबराने की कोई बात नहीं है। शांति और सहयोग बनाए रखें। उन्होंने जानकारी दी थी कि सीमावर्ती क्षेत्रों के सभी स्कूलों, कॉलेजों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है और इस क्षेत्र से 1 लाख 20 हज़ार लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है।
स्काइमेट का अनुमान
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, चक्रवात के कारण 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली जबकि तट पार करने के बाद इसके कमजोर पड़ने की संभावना है। चक्रवात गंगासागर के किनारे टकराया और यह ‘खुलना’ क्षेत्र से होकर गुजरेगा जिसमें सुंदरवन भी आता है।
बांग्लादेश में भी स्थिति चिंताजनक
वहीं, बांग्लादेश में भी इस तूफान से निपटने के लिए राहत कार्य किए जा रहे हैं। बांग्लादेश में रविवार तड़के शक्तिशाली चक्रवात ‘बुलबुल’ के आने के कारण लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बांग्लादेश की नौसेना और तटरक्षक बल को तैयार रखा गया है।
चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' का खौफ, बांग्लादेश से निकाले गए 1.5 मिलियन लोग, हाई अलर्ट जारी
बांग्लादेश के कनिष्ठ आपदा प्रबंधन मंत्री मो. एनामुर रहमान ने बताया कि 18 लाख से अधिक लोगों को शनिवार शाम तक सुरक्षित निकाला गया। जबकि, शनिवार सुबह तक कुल 5,000 से अधिक आश्रयगृह तैयार किए गए थे।
Image credit: India Today
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