उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में बीते 2 दिनों से मौसम साफ और शुष्क बना हुआ है। इससे पहले मॉनसून की अक्षीय रेखा गंगा के मैदानी भागों से उत्तरवर्ती होते हुए हिमालय के तराई क्षेत्रों में चली गई थी जिससे मैदानी राज्यों में कई दिनों की लगातार बारिश अचानक थम गई थी। मॉनसून की अक्षीय रेखा अभी भी हिमालय के तराई वाले भागों में बनी हुई है।
इस बदलाव के चलते उत्तर भारत के मैदानी भागों में हवाओं के रुख में भी परिवर्तन देखने को मिला और इस समय यहाँ दक्षिण-पूर्वी या पूर्वी के बजाए उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत के मैदानी भागों में अगले 24 से 48 घंटों तक मौसमी परिदृश्य इसी तरह का बना रहेगा।
अगले 48 घंटों के बाद आने वाले मौसमी बदलाव का असर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में दिखेगा जिससे इन भागों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। धीरे-धीरे राजस्थान के पूर्वी जिलों में भी मौसम करवट लेगा और बारिश शुरू होगी। उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में बारिश का आगामी दौर 4-5 दिनों तक बना रहेगा।
दिल्ली में अब तक अच्छी मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई है। राष्ट्रीय राजधानी में जुलाई में 187 मिलीमीटर बारिश सामान्य बारिश मानी जाती है जबकि उत्तर भारत के इस महानगर में 21 जुलाई तक 233.7 मिलीमीटर वर्षा चुकी है। यानि कि सामान्य से अधिक बारिश प्राप्त कर चुकी दिल्ली में आने वाले बारिश के दौर से यह आंकड़े और ऊपर जाएंगे।
Image credit: Indiatoday
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।