दक्षिण पश्चिम मॉनसून अपने आखिरी पड़ाव पर है। प्रायद्वीपीय भारत, खासतौर पर तमिलनाडु में बारिश देने वाले उत्तर-पूर्वी मॉनसून का आगमन किसी भी समय हो सकता है। अभी उत्तर-पूर्वी मॉनसून नहीं आया है लेकिन अक्तूबर में होने वाली बारिश के आंकड़े उत्तर-पूर्वी मॉनसून के हिस्से आते हैं क्योंकि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सितम्बर में समाप्त हो जाता है।
अक्तूबर में अब तक बारिश का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। उत्तर भारत, पूर्वी व पूर्वोत्तर भारत, मध्य भारत और प्रायद्वीपीय में से प्रायद्वीपीय भारत के भाग ही ऐसे हैं जहां इस सप्ताह अच्छी बारिश दर्ज की गई है।
स्काइमेट के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार बीते सप्ताह में देश के दक्षिणी राज्यों में सामान्य से 22% अधिक बारिश हुई है जबकि शेष सभी क्षेत्रों में बारिश में कमी रही। मध्य भारत में 55% कम वर्षा हुई और पूर्वी-पूर्वोत्तर राज्यों में 74% कम बारिश हुई। देश के उत्तरी भागों में 99% कम वर्षा हुई यानि इन भागों में मौसम पूरी तरह से शुष्क बना रहा।
अक्तूबर के पहले सप्ताह में प्रति दिन की सामान्य बारिश 3-4 मिलीमीटर है। कम बारिश वाले सभी भागों में वर्षा का प्रति दिन का आंकड़ा 3-4 मिलीमीटर भी नहीं पहुँच पाया। 1 से 7 अक्तूबर के दौरान पूरे देश में 15.7 मिलीमीटर बारिश हुई जो अक्तूबर के पहले सप्ताह में होने वाली 27.9 मिलीमीटर से तकरीबन आधा है।
इस बीते सप्ताह में देश के कुल मौसमी उप-संभागों में जिन भागों में छिटपुट बारिश हुई या जिन भागों में मौसम शुष्क बना रहा उनकी संख्या 28 है, जो कि देश का कुल 79% हिस्सा है।
Image Credit: english.sina.com