पूर्वी भारत के राज्यों में बीते कुछ दिनों से जारी तेज़ गर्मी से जल्द राहत के आसार नहीं हैं। इस समय बिहार के पूर्वी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। हालांकि यह सिस्टम बहुत प्रभावी नहीं है और बंगाल की खाड़ी से नमी आकर्षित नहीं कर पा रहा है जिससे इन भागों में मौसम शुष्क और बेहद गर्म बना हुआ है। अगले 48 घंटों तक पटना, गया, भागलपुर और रांची सहित दोनों राज्यों के अधिकतर इलाके शुष्क मौसम के साथ तेज़ गर्मी से जूझते रहेंगे।
हालांकि अगले 24 से 48 घंटों के दौरान बिहार के तराई और पूर्वी भागों में एक-दो स्थानों पर गरज और हवाओं के साथ हल्की वर्षा हो सकती है। जमशेदपुर सहित झारखंड के पूर्वी हिस्सों में भी कहीं-कहीं हल्की प्री-मॉनसून वर्षा की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इन भागों में प्री-मॉनसून सीज़न में गरज के साथ बिजली गिरने की भी आशंका बनी रहती है।
इसे भी पढ़ें: अफ्रीका में काॅन्ट्रैक्ट खेती के लिए इच्छुक भारत
इस समय इन भागों में दक्षिण-पूर्वी हवाएँ चल तो रही हैं लेकिन ज़मीनी क्षेत्रों से यानि मध्य भारत की तरफ से आने के चलते यह हवाएँ शुष्क हैं। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 27 मई को एक ट्रफ पूर्वी उत्तर प्रदेश से बिहार तक विकसित हो सकती है जिससे बंगाल की खाड़ी से नम हवाओं का प्रवाह पूर्वी भारत के भागों में बढ़ जाएगा। नम हवाओं के आने के बाद 27 मई से झारखंड में जमशेदपुर और रांची से लेकर बिहार में राजधानी पटना और गया सहित कई इलाकों में गरज और तेज़ हवाओं के साथ 27-28 मई से प्री-मॉनसून वर्षा शुरू हो सकती है।
प्री-मॉनसूनी गतिविधियां 27-28 मई से शुरू होकर मई के आखिर तक जारी रह सकती हैं। इस दौरान कुछ स्थानों पर हल्की और कहीं-कहीं मध्यम बारिश होने के आसार हैं। बिहार के पूर्वी और उत्तरी हिस्सों में बारिश के साथ तेज़ हवाएँ चलने और बिजली गिरने की भी आशंका है। पूर्वी भारत के इन राज्यों में मई माह की विदाई प्री-मॉनसून वर्षा के साथ होने की संभावना है।
Image credit: Indian Weather Man
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।