पूर्वी भारत के राज्यों विशेषकर बिहार और झारखंड में बीते कुछ दिनों से मौसम सक्रिय है और कहीं-कहीं वर्षा की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। वर्तमान मौसमी परिदृश्य के आंकलन के बाद स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार के दक्षिणी भागों में अगले 2 दिनों तक कुछ स्थानों पर बारिश जारी रहेगी। झारखंड के लगभग सभी भागों में अगले 5-6 दिनों तक वर्षा होने की संभावना है।
ओड़ीशा में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। यह सिस्टम जल्द ही निम्न दबाव बन जाएगा। इसके चलते पूर्वी भारत के अधिकतर हिस्सों में बंगाल की खाड़ी से आर्द्र हवाएँ पहुंचेगी। यही कारण है कि दोनों राज्यों में अगले कुछ दिनों तक बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के आंकलन के अनुसार डाल्टनगंज, रांची, जमशेदपुर, चाइबासा, दुमका, धनबाद, हज़ारीबाग सहित झारखंड के लगभग सभी हिस्सों में 12-13 अक्तूबर तक हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है।
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बिहार में भी दक्षिणी जिलों में मौसम सक्रिय हो गया है और अगले 24 से 48 घंटों तक दक्षिणी भागों में कुछ स्थानों पर हल्की और एक-दो जगह मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। इस दौरान बांका, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई, सासाराम, लखीसराय, मुंगेर और राजगीर में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। बिहार और झारखंड में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
बिहार में 10 अक्तूबर से बारिश में वृद्धि होने के आसार हैं। इस दौरान अनुमान है कि पटना, गया, भागलपुर के अलावा मधुबनी, सितामढ़ी, सहरसा, दरभंगा, किशनगंज, सुपौल, अररिया और पूर्णिया सहित अधिकतर इलाकों में गरज के साथ वर्षा की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। उत्तरी बिहार 10 से 13 अक्तूबर के बीच विषेशरूप से प्रभावित होगा। इस दौरान किशनगंज, मधुबनी, सितामढ़ी और सुपौल में गर्जना के साथ भारी वर्षा हो सकती है। कहीं-कहीं बिजली गिरने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
Image credit: Hindustan Times
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