Updated on June 8, 2019 at 02:40 PM केरल में 8 जून को आया मॉनसून लेकिन अब बारिश में कमी का डर
केरल में मॉनसून ने दस्तक दे दी है। पिछले दो-तीन दिनों से केरल में बारिश हो रही थी। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ भी स्थायी रूप से चलने लगी हैं। मॉनसून की उत्तरी सीमा इस समय लक्षद्वीप, केरल और तमिलनाडु से होकर गुज़र रही है। बंगाल की खाड़ी में भी मॉनसून आगे बढ़ा है।
हालांकि जल्द ही केरल सहित दक्षिण भारत के भागों में बारिश कम हो जाएगी क्योंकि अरब सागर में एक चक्रवाती तूफान विकसित होता दिखाई दे रहा है। यह जल्द ही निम्न दबाव बनेगा उसके बाद इसके डिप्रेशन बनने तथा तूफान बनने की प्रबल संभावनाएं हैं।
अरब सागर में बनने वाला यह तूफान उत्तर-पश्चिमी दिशा में जाएगा जो मॉनसूनी हवाओं और बादलों को अपनी तरफ़ खींच लेगा। इसके कारण मॉनसून केरल में दस्तक देने के बाद काफी कमजोर हो जाएगा और केरल सहित तमिलनाडु में भी बारिश में कमी आ जाएगी।
Originally published on June 7, 2019 at 02:00 PM लंबे इंतज़ार के बाद केरल में मॉनसून के आगमन के लिए मौसम हुआ अनुकूल
केरल में काफ़ी दिनों के इंतज़ार के बाद अब मॉनसून का आगमन जल्द होने वाला है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि केरल में मॉनसून का आगाज़ अगले 24 से 48 घंटों में हो सकता है। हालांकि केरल में आमतौर पर मॉनसून 1 जून के आसपास आता है।
इस साल राज्य में प्री-मॉनसून सीज़न में अच्छी बारिश देखने को नहीं मिली। 1 जून से 5 जून के बीच भी केरल में बारिश 70 प्रतिशत तक कम रही। इस बीच बीते 24 घंटों में बारिश की तीव्रता में बढ़ोत्तरी हुई है। इस दौरान केरल के भागों में गरज के साथ बारिश की गतिविधियां देखने को मिली हैं। इसके चलते मॉनसून के आगमन के लिए स्थितियां अनुकूल बन रही हैं।
गौरतलब है कि केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप के 14 स्थानों पर लगातार दो दिन 60% क्षेत्र में 2.5 मिलिमीटर या उससे अधिक बारिश होने पर मॉनसून के आगमन की घोषणा की जाती है। इन 14 स्थानों में मैंगलोर, तिरुवनंतपुरम, पुनलुर, कोल्लम, अलेप्पी, कोट्टायम, थ्रिस्सूर, कालीकट, कन्नूर और थालास्सेरी शामिल हैं।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इसके अलावा मॉनसून के आगमन के दो अन्य बड़े कारक भी अनुकूल बने हुए हैं। वर्तमान में 7° उत्तरी अक्षांश से लगा हुआ पूर्वी-पश्चिमी शियर-ज़ोन बना हुआ है। जो धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ जायेगा। इसके अलावा क्रॉस-इक्वेटोरियल फ्लो भी बढ़ सकता है। इस कारण केरल में अगले 2-3 दिनों में बारिश की तीव्रता में बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं। इस दौरान तापमान में भी 2-3 डिग्री की कमी दर्ज की जा सकती है। आसमान में बादल छाये रहेंगे और मौसम सुहावना बना रहेगा। अगले 2-3 दिनों में बारिश में दर्ज हुई कमी का स्तर भी कम होने की उम्मीद है।
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केरल में बारिश की गतिविधियों में वृद्धि के कारण मॉनसून 2019 का आगमन अगले 48 घंटों में होने की उम्मीद है।
Image Credit: The Indian Express
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