दक्षिण पश्चिम मॉनसून 2019 ने मध्य प्रदेश के दक्षिणी जिलों में शुरुआत कर दी है। कल यानि, 25 जून को मॉनसून इंदौर के साथ- साथ सूरत और मुंबई तक पहुंच गया।
स्काइमेट के मौसम जानकारों का कहना है कि, अब देश के उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों में बारिश की गतिविधियां कम होंगी। हालांकि, देश के मध्य भागों में अगले तीन से चार दिनों तक हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियाँ जारी रहेंगी। इनमें खासकर मध्य प्रदेश के पश्चिमी भाग में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।
इस समय एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर राजस्थान से मध्य महाराष्ट्र होते हुए पश्चिमी मध्य प्रदेश तक फैली हुई है। इस मौसम सिस्टम से मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में होने वाले बारिश में मदद मिलेगी। एक और ट्रफ रेखा पूर्वी उत्तर प्रदेश से रायलसीमा होते हुए छत्तीसगढ़ से लेकर पूर्वी मध्य प्रदेश में चल रहा है। ऐसा लगता है कि राज्य के उत्तरी भागों में शुष्क मौसम बना रहेगा। हालाँकि, मध्य प्रदेश के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश के आसार हैं। वहीं राज्य के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
स्काइमेट का मानना है कि, जबलपुर, उज्जैन, भोपाल, रतलाम, होशंगाबाद, खरगोन, सिवनी और मंडला जैसे स्थानों पर आने वाले तीन से चार दिनों तक हल्की बारिश देखने को मिलेगी। जबकि, एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
मध्य प्रदेश के उत्तरी जिले जैसे शिवपुरी, ग्वालियर, दाती, मुरैना और श्योपुर में 30 जून या 1 जुलाई के आसपास बारिश की उम्मीद है। इस समय दक्षिण पश्चिम मॉनसून भी संभवत: कुछ और प्रगति करेगा।
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Image Credit:Hindustan Times
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