उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जारी बारिश में व्यापक कमी आने की संभावना है। इससे पहले पिछले 24 घंटों के दौरान इन राज्यों में कई जगहों पर व्यापक प्री-मॉनसून वर्षा रिकॉर्ड की गई है। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम जबकि एक-दो जगहों पर भारी बारिश हुई।
बृहस्पतिवार की सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान बनिहाल में 32.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। पहलगाम में 19.5 मिमी, बटोटे और मंडी में 19 मिमी, गुलमर्ग में 15 मिमी और मनाली में 11 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इसी दौरान कटरा में 6.2 मिमी, श्रीनगर में 5 मिमी, जम्मू और शिमला में 2 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
भारी बारिश की घटनाओं के चलते जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं। कुछ स्थानों पर चट्टानों के भी गिरने की खबरे हैं जिससे सड़कों पर आवागमन बाधित हुआ। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बारिश की गतिविधियां अब कम हो जाएंगी लेकिन अगले 24 से 48 घंटों तक लोकप्रिय हिल स्टेशनों श्रीनगर, गुलमर्ग, शिमला, मनाली और मसूरी में भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में जाने से बचना चाहिए।
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इस बीच पर्वतीय राज्यों में बारिश दे रहा पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी दिशा में निकल रहा है। जिससे अब कश्मीर से लेकर उत्तराखंड तक बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी। बीते समय से जारी बारिश के चलते इन भागों के तापमान में व्यापक कमी आई है। बारिश में घटने से अब तापमान में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू कश्मीर के करीब दिखाई दे रहा है। हालांकि यह कमजोर है जिससे विशेष बारिश की उम्मीद नहीं कर सकते।
Image credit: Kashmir Monitor
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