बारिश के संदर्भ में उत्तर भारत में इस बार फरवरी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। जनवरी में देश भर में काफी अच्छी बारिश हुई थी। उत्तर भारत में भी पहाड़ों पर व्यापक बर्फबारी और मैदानी इलाकों में सामान्य से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई थी। इसी कारण जनवरी के अंत में देश में कुल बारिश का आंकड़ा सामान्य से 63% ऊपर पहुंचा था।
जनवरी की तुलना में फरवरी में बहुत कम बारिश हुई। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के सभी जगहों पर औसत से कम वर्षा फरवरी में रिकॉर्ड की गई।
पहला पश्चिमी आएगा 27 को
हालांकि अच्छी खबर यह है कि आने वाले दिनों में एक के बाद एक दो सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दस्तक देने वाले हैं। इन सिस्टमों के चलते अच्छी वर्षा की उम्मीद है। अनुमान है कि 27 फरवरी की रात से 28 फरवरी की सुबह से उत्तर भारत के पहाड़ों पर मौसम में बदलाव आ जाएगा। अगला सिस्टम 3 मार्च को दस्तक दे सकता है।
इस सिस्टम के चलते 28 फरवरी से 1 मार्च तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई जगह पर बारिश और हिमपात होने की संभावना है। जबकि मैदानी इलाकों में 28 फरवरी की रात से मौसम बदलेगा और 29 फरवरी तथा 1 मार्च को हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
आगामी डबल्यूडी 3 मार्च को देगा दस्तक
अनुमान है कि 2 और 3 मार्च को उत्तर भारत के राज्यों में मौसम साफ और शुष्क रहेगा। लेकिन इन दो दिनों के अंतराल पर एक और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ देश के उत्तरी क्षेत्रों पर आएगा। यह सिस्टम 4 से 7 मार्च के बीच जम्मू कश्मीर के विभिन्न इलाकों के साथ-साथ मैदानी इलाकों पर फिर से बारिश की वापसी होगी।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 7 मार्च तक चंडीगढ़, पंचकुला, अंबाला, करनाल, अमृतसर, लुधियाना, बरनाला, मोगा, फतेहगढ़ साहिब, दिल्ली-एनसीआर में कुछ स्थानों पर रुक-रुक वर्षा होने की संभावना नजर आ रही है।
फरवरी में कम बारिश के कारण समय से पहले बढ़ा था पारा
फरवरी में कम बारिश के चलते पिछले दिनों उत्तर भारत में तापमान में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई थी। खासतौर पर दिन का तापमान बढ़ा था, जिससे कई इलाकों में समय से पहले लोगों ने गर्मी का अनुभव किया। हालांकि 20 फरवरी को एक साथ उत्तर भारत में पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश हुई और तापमान पर फिर से नियंत्रण लगा।
आने वाले दिनों में संभावित पश्चिमी विक्षोभों के कारण बारिश होने और बादल छाए रहने से दिन के तापमान में वृद्धि पर ब्रेक लगी रहेगी। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि मार्च का पहला पखवाड़ा उत्तर भारत के राज्यों में गर्म नहीं होगा।
Image credit: Indian Express
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