जनवरी और फरवरी में जिस तरह से निरंतर पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में लगातार आते रहे, वही क्रम मार्च में भी बना हुआ है। मार्च के पहले सप्ताह में उत्तर भारत के पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश दर्ज की गई। अब दो-तीन दिनों के शुष्क मौसम के बाद एक बार फिर से मौसम करवट लेने वाला है। एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर के पहाड़ों की तरफ आते दिखाई दे रहे हैं। इन सिस्टमों के प्रभाव से 11 से 14 मार्च के बीच अनेक स्थानों पर मौसम में हलचल देखने को मिल सकती है।
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 11 मार्च को उत्तर भारत के पहाड़ों पर एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहुंचने वाला है। इसके चलते पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई शहरों में 11 मार्च को गरज के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। बारिश की गतिविधियां 12 मार्च को भी जारी रह सकती हैं। उसके बाद 24 घंटों के अंतराल पर पुनः एक नया और अपेक्षाकृत अधिक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में आएगा।
आगामी सिस्टम के कारण उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में 14 मार्च को कई जगह पर हल्की से मध्यम बारिश होने और कहीं कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है। अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर और मेरठ सहित अनेक शहरों में 14 मार्च को अच्छी वर्षा हो सकती है। यह सिस्टम 15 मार्च से आगे बढ़ेगा जिससे पंजाब, हरियाणा के पश्चिमी भागों में बारिश कम हो जाएगी। लेकिन पूर्वी पंजाब, हरियाणा के कुछ इलाकों, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 15मार्च को भी हल्की बारिश जारी रहेगी। इसके साथ ही माना जा रहा है कि उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में आने वाले पश्चिमी विक्षोभों की संख्या में कमी आनी शुरू हो जाएगी।
Image credit : India Today
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