लंबे समय से शुष्क और गर्म मौसम से संघर्ष कर रहे उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में कुछ स्थानों पर पिछले 24 घंटों के दौरान अच्छी वर्षा हुई है। प्री-मॉनसून गतिविधियां आने वाले दिनों में भी जारी रहने के आसार हैं। नारनौल सहित आसपास के कुछ भागों में भीषण बारिश हुई है। मौसम केंद्रों पर मंगलवार की सुबह 8:30 बजे से बुधवार की सुबह 8:30 बजे के बीच करनाल में 130 मिलीमीटर की भीषण वर्षा हुई। जबकि नारनौल में 90 मिमी, अमृतसर में 28.6 मिमी, जालंधर में 24 मिमी, चंडीगढ़ में 20.2 मिमी, लुधियाना में 15 मिमी, कुरुक्षेत्र में 5 मिमी और पटियाला में 4.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
इस समय एक ट्रैफ रेखा पंजाब से पूर्वी भारत के राज्यों तक बनी हुई है। इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिम भारत में आर्द्र पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हवाएँ चल रही हैं। अधिक तापमान और हवा में अचानक बढ़ी आर्द्रता के चलते ही मौसम ने तेज़ी से करवट ली है और पंजाब तथा हरियाणा में बारिश देखने को मिली है। जैसे-जैसे मॉनसून आगे बढ़ रहा है, उत्तर भारत के भागों में भी प्री-मॉनसून हलचल ज़ोर पकड़ रही है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर आंधी-तूफान और बादलों की गरज के साथ हल्की वर्षा की संभावना बनी रहेगी। उसके पश्चात बारिश में कमी आएगी। हालांकि 10 जून से फिर से मौसम करवट लेगा और उत्तरी राजस्थान तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर हरियाणा और पंजाब तक प्री-मॉनसून वर्षा ज़ोर पकड़ेगी। इन भागों में 10 से 13 जून के बीच ऐसी गतिविधियां जारी रहेंगी।
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इससे पहले उत्तर भारत के मैदानी राज्य में शुष्क और गर्म मौसम लंबे समय से जारी था। हालांकि इस दौरान एक-दो स्थानों पर धूल भरी आंधी या बादलों की गर्जना जैसी मौसमी हलचल देखने को मिल रही थी लेकिन यह तेज़ गर्मी से राहत दिलाने में नाकाम रह रही थी।
Image credit: Tribune India
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