पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से शुष्क मौसम बना हुआ है। हालांकि, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों में हल्की बारिश देखने को मिली है। हमारा अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों के शुष्क मौसम के बाद इन राज्यों में बारिश होगी।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि 23 फरवरी से मौसम करवट लेगा, क्योंकि पूर्वी भारत के पास प्रभावी मौसमी सिस्टम विकसित होने वाले हैं। इन सिस्टमों के चलते दोनों राज्यों में बारिश ही नहीं बल्कि गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है।
स्काईमेट के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों पर एक हवाओं में एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र बनने की उम्मीद है। जिसके बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पूर्वी आर्द्र हवाएँ पूर्वी भारत के भागों पर पहुँचेंगी, जो उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाओं से टकराएँगी, जिससे गंगीय पश्चिम बंगाल और तटीय ओडिशा पर मौसम सक्रिय हो जाएगा।
इसके चलते ओडिशा के उत्तरी और आंतरिक हिस्सों तथा गंगीय पश्चिम बंगाल में 23 फरवरी से 26 फरवरी के बीच कुछ स्थानों पर बारिश होगी। बारिश की तीव्रता 24 फरवरी को चरम पर होगी और हमारा अनुमान है कि कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बारिश की तीव्रता गंगीय पश्चिम बंगाल और उत्तरी तटीय ओड़ीशा पर ज्यादा देखने को मिल सकती।
इस दौरान इन क्षेत्रों में तेज़ हवाओं और गर्जना के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना है। साथ ही कुछ इलाकों में बिजली गिरने की भी आशंका है। स्काइमेट के अनुसार पश्चिम बंगाल में बांकुरा, मिदनापुर, डायमंड हार्बर, कोलकाता, 24 परगना, ओडिशा में केंदुझार, देवगढ़, बालेश्वर और बारीपाड़ा जैसी जगहें इस बारिश की चपेट में आएंगे।
संभावित बारिश के बाद पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिलेगी। इसके अलावा, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल के भी कुछ हिस्सों में छिटपुट बौछारें गिरने के आसार हैं।
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