बिहार और झारखंड के कई इलाकों में अगले 3-4 दिनों के दौरान बारिश होने की संभावना है। कहीं-कहीं भारी बारिश के साथ बिजली गिरने और तेज़ हवाएँ चलने के भी हैं आसार। पश्चिम बंगाल और इससे सटे बिहार के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा एक ट्रफ पंजाब से बिहार होते हुए असम तक सक्रिय हो गई है। इन मौसमी सिस्टमों के चलते दोनों पूर्वी राज्यों में पूर्वी तथा दक्षिण-पूर्वी हवाएँ चलना शुरू हो गई हैं जिससे मौसम बदला-बदला नज़र आ रहा है।
हमारा अनुमान है किकिशनगंज, अररिया,सुपौलऔर पूर्णिया सहित उत्तर-पूर्वी बिहार में आज शाम से बारिश शुरू हो जाएगी। उसके बाद बारिश का दायरा राज्य के मध्य और दक्षिणी भागों के साथ-साथ झारखंड तक बढ़ जाएगा। जिससे अगले 2-3 दिनों के दौरानभागलपुर,पटना,गया, हज़ारीबाग,बोकारो,धनबाद, सहित कई स्थानों पर प्री-मॉनसून हलचल देखने को मिल सकती है।गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
बिहार और झारखंड में अब से अगले 3-4 दिनों के दौरान संभावित बारिश की गतिविधियों के साथ एक-दो स्थानों पर काल बैसाखी का प्रकोप भी देखने को मिल सकता है। काल बैसाखी उस स्थिति को कहते हैं जब पूर्वी राज्यों में बादलों की तेज़ गर्जना और तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने की घटनाओं के साथ भारी बारिश किसी क्षेत्र विशेष में थोड़े समय के लिए देखने को मिलती है। लेकिन यह इतनी प्रबल होती हैं कि कुछ ही समय में तबाही मचा सकती है।
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काल बैसाखी की चपेट में आने से हर वर्ष पूर्वी राज्यों में कुछ लोगों की जान जाती है और सम्पत्तियों को भी नुकसान होता है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञ महेश पालावत के अनुसार बिहार और झारखंड में प्री-मॉनसून वर्षा 2 मई तक बनी रह सकती है। दोनों राज्यों में 1 या 2 मई को एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा के भी आसार हैं। 3 मई से हवाओं के रुख में बदलाव आएगा जिससे बारिश की गतिविधियां व्यापक रूप से घट जाएंगी।
Image credit: DNA India
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