उत्तर भारत में दिवाली से पहले सर्दियों की दस्तक इसलिए हुई है क्योंकि इस साल मलमास के चलते दिवाली का पर्व काफी देर से पड़ा है। मौसम के संदर्भ में यह समय ऐसा होता है जब स्थितिया तेजी से बदलती हैं। ऐसे में कई बार देखने को ही मिलता है कि जब आप दीपावली के दीए जला रहे हों उसी समय या उसके बाद बारिश भी हो जाए। तापमान में तेज़ उतार-चढ़ाव एक सामान्य मौसमी घटना है इस समय के लिए।
उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में दिवाली से पहले जहां सर्दियां काफी अच्छी शुरू हो चुकी हैं वहीं आगामी 48 घंटों के दौरान दक्षिण भारत के विभिन्न शहरों में व्यापक वर्षा होने की संभावना है। वर्तमान मौसमी परिदृश्य के आधार पर अनुमान है कि 14 नवंबर यानी दीपावली के दिन तमिलनाडु और पुदुचेरी में व्यापक वर्षा हो सकती है। इस दौरान तिरुनेलवेली, रामनाथपुरम और तूतूकोड़ी जिलों में भारी वर्षा की संभावना है। चेन्नई में अगले 48 घंटों के दौरान बने रहेंगे और कुछ इलाकों में हल्की बारिश रहेगी।
उत्तर भारत में राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर में सर्दी का बढ़ता हुआ असर दिखेगा। नवंबर में उम्मीद और समय से पहले दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों ने दस्तक दी है और दिवाली के दिन भी यही क्रम बना रहेगा। यानि न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहेगा। बारिश दीपावली के दिन भले नहीं होगी लेकिन उसके बाद 15 नवंबर को लंबे इंतजार के बाद बारिश के दर्शन हो सकते हैं।
उत्तर भारत में इस समय एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जिसके चलते पर्वतीय राज्यों में जम्मू कश्मीर से लेकर उत्तराखंड तक बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। जबकि मैदानी इलाकों में मौसम में कल से बदलाव आएगा और कुछ इलाकों में काफी अच्छी वर्षा होने की संभावना है। पहाड़ी क्षेत्रों में पहले से ही मौसम बदल गया है और अगले दो-तीन दिनों तक गुलमर्ग, कुलगाम, पहलगाम, लाहौल स्पीति, किन्नौर, उत्तरकाशी, चमोली, केदारनाथ, बद्रीनाथ समेत कई जगहों पर मध्यम से तेज वर्षा और हिमपात होने की संभावना दीपावली के दिन भी है।
Image credit: Unique Times Magazine
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