उत्तर भारत के मैदानी इलाकों दिल्ली, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और पंजाब में बीते कई दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है। बारिश भले नहीं हो रही है लेकिन अधिक आर्द्रता के चलते उमस बनी हुई है। दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है।
पंजाब के भी कई जिलों में तापमान बढ़ रहा है और सामान्य से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। राज्य के प्रमुख शहरों में रविवार को दर्ज किए गए तापमान का ज़िक्र करें तो अमृतसर में पारा 35 डिग्री रहा। लुधियाना, पठानकोट और भटिंडा में 34 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। हरियाणा में भी गर्मी से लोग बेहाल हैं। राज्य के भिवानी और हिसार में अधिकतम तापमान 37 डिग्री तक जा पहुंचा। फ़रीदाबाद और गुरुग्राम में दिन में 35 डिग्री सेल्सियस पारा रिकॉर्ड किया गया।
फिलहाल देश के उत्तरी भागों में मौसम शुष्क बना हुआ है। अनुमान है कि अगले कुछ समय तक पूर्वी हवाओं का प्रवाह इन भागों में बना रहेगा जिसके चलते आर्द्रता अधिक होगी और उमस परेशान करेगी। हालांकि दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 8 और 10 अक्टूबर के बीच कुछ स्थानों पर गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बारिश के इस संभावित दौर के बाद मैदानी राज्यों में हवा बदलेगी और पूर्वी आर्द्र हवाओं की जगह लेंगी शीतल पश्चिमी हवाएँ। जिससे तापमान में उत्तरोत्तर गिरावट आएगी और मौसम भी धीरे-धीरे करवट लेगा। यानि वर्तमान समय की गर्मी और उमस से अगले हफ्ते ही राहत मिलेगी।
जैसा कि स्काइमेट ने अपने पूर्वानुमानों में पहले ही बताया था, सोमवार को दिल्ली के पूर्वी भागों और उससे सटे नोएडा के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश दर्ज की गई। अब अगले कुछ दिनों के दौरान मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इस बीच पाकिस्तान के मध्य भागों पर बने एक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते अगले कुछ दिनों में मॉनसून की वापसी रेखा उत्तर भारत के कई भागों से और आगे बढ़ सकती है।
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